(27/07/2016) 
मोदी सरकार पर मायावती का हमला
नई दिल्ली 27 जुलाई, 2016: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश, मायावती ने गोरक्षा के नाम पर देश भर में कट्टरवादी तत्वों द्वारा हिंसा करने, उत्पात मचाने व लोगों पर जुल्म-ज्यादती करते रहने के मामले की तीव्र निन्दा करते हुये मध्य प्रदेश के मन्दसौर में इसी प्रकार की घटना के सम्बन्ध में दोषियों के ख़िलाफ तत्काल सख़्त क़ानूनी कार्रवाई करने की मांग की।


मायावती ने संसद के भीतर राज्यसभा में व संसद के बाहर संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुये आरोप लगाया कि ख़ासकर भाजपा-शासित राज्यों में दलित-विरोधी व मुस्लिम समाज विरोधी कट्टरवादी असामाजिक तत्व इतने ज़्यादा शासन-प्रशासन पर हावी हो गये हैं कि वे लोग गोरक्षा आदि के नाम पर किसी के भी खिलाफ खुलेआम बर्बरता करते रहते हैं। पहले इस प्रकार की बर्बर घटना का मामला गुजरात राज्य के गिर सोमनाथ ज़िले के ऊना में उजागर होकर देश को शर्मिन्दा किया और अब मध्य प्रदेश के मन्दसौर ज़िले का मामला प्रकाश में आया है, जहाँ मुस्लिम महिलाओं के साथ गोरक्षकों ने खुलेआाम हिंसा व मारपीट कर जुल्म-ज्यादती की। इस प्रकार से गोरक्षा के नाम पर पहले मुसलमानों को निशाना बनाया गया फिर दलितों को अपनी जुल्म-ज्यादती का शिकार बनाया गया और अब महिलाओं तक को नहीं बख़्शा जा रहा है।
बड़े दुःख की बात यह है कि उत्तर प्रदेश में दादरी की दर्दनाक घटना के बाद गुजरात के ऊना की घटना आदि के बाद भी भाजपा की केन्द्र की सरकार और ना ही उसकी राज्य सरकारें इन मामलों में सचेत होकर अपना राजधर्म निभा रही हैं। इसी कारण गोरक्षा के नाम पर कोई भी कहीं भी ताण्डव मचा सकता है, यह अत्यन्त ही खेद व चिन्ता की बात है।
 मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भाजपा बेटी को बचाने व महिलाओं की सम्मान की जो बातें करते हैं, वह केवल ढोंग व दिखावटी लगता है, क्योंकि ज़मीनी स्तर पर ठीक उसका उल्टा होता हुआ नजर आ रहा है। महिलाओं का अपमान व उनकी हत्या आदि की घटनाओं में कमी आने के बजाय ये बढ़ती जा रही है, क्योंकि इन्हें शह व संरक्षण मिल रहा है और कानून-व्यवस्था के मामले में खासकर राज्य सरकारें बिल्कुल लचर साबित हो रही हैं।
गुजरात के ऊना में दलित उत्पीड़न के तुरन्त बाद ही मध्य प्रदेश के मन्दसौर में मुस्लिम महिलाओं के साथ मारपीट व अभद्रता की तीव्र निन्दा करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहा कि ऊना की घटना की तरह ही मध्य प्रदेश की स्थानीय पुलिस भी मूकदर्शक बनी रही। उसने ना तो पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को बचाने की कोशिश की और ना ही कानून को खुलेआम अपने हाथ में लेकर गुण्डई करने वाले गोरक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई ही की, यह वहाँ की सरकार के लिये बड़े शर्म की बात होनी चाहिये।
उन्होंने कहा कि सामाजिक बुराई व जातिवादी मानसिकता एंव साम्प्रदायिकता के कारण दलितों व मुसलमानों पर जुल्म-ज्यादती, अन्याय व अत्याचार पहले भी काफी होते रहे हैं, परन्तु अब इस प्रकार की घटनायें ख़ासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद काफी ज्यादा बढ़ गयी हैं और कट्टरवादी तत्व बेखौफ होकर ऐसा कर रहे हैं, यह अल्यन्त ही चिन्ता की बात है।

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