(28/07/2016)
फीमेल एक्सप्रेस हास्य प्रधान फिल्म है - राखी अरोड़ा
बालीवुड में दस्तक देने वाली अभिनेत्री राखी अरोड़ा रंगमंच,माॅडलिंग,के अलावा वीनस म्युजिक के अलबम विडियों जवानी मेरी बिजली और लहरियां में काम करने के बाद अपनी पहली ही फिल्म फीमेल एक्सप्रेस के हिट होने और अच्छे अभिनय के लिये तारीफ पाने वाली अभिनेत्री राखी अरोड़ा के पास काफी समय तक दूसरी फिल्म नहीं थी। फिल्म में बिल्कुल अलग अवतार में नजर आ रही हैं।
फिल्म में अपने नये
अवतार और फिल्म के बारे में बता रही हैं। इसके अलावा वे एक अन्य फिल्म लव लव प्यार
प्यार भी कर रही है। फीमेल एक्सप्रेस हास्य प्रधान फिल्म है,जिसके निर्माता मिर्जा असलम व निर्देशक रामगोपाल
विमल है।
बालीवुड में दस्तक
देने पूर्व राखी अरोड़ा ने रंगमंच,मॉडलिंग,के अलावा वीनस म्युजिक के अलबम विडियों
जवानी मेरी बिजली और लहरियां में काम कर चुकी हैं।
फीमेल एक्सप्रेस फिल्म के नये अवतार के बारे में क्या कहना है?
ऐसा मैंने कभी नहीं
सोचा कि मुझे इस फिल्म से अपनी इमेज चेंज कर ग्लैमरस होना है या डीग्लैम होना है।
मुझे बस एक अच्छे और अलग से किरदार की तलाश थी, वह
इस फिल्म के किरदार अंजली मेहरा में दिखाई दिया इसीलिये मैंने यह फिल्म करने का
फैसला किया। फीमेल एक्सप्रेस की
लड़की
बहुत बोल्ड है। मुझे
लगा कि इसे करने में मजा आने वाला है इसीलिये मैंने यह भूमिका की। वाकई मेरे लिये
काफी चुनौतीपूर्ण रही।
किस तरह का किरदार
है अंजली मेहरा ?
अंजली मेहरा एक हाई
सोसाइटी गर्ल है, जिसे सिर्फ जीतना पसंद है। उसके पास भरपूर पैसा
है। वह इस कदर सनकी है कि उसे ना सुनना जरा भी पसंद नहीं। लेकिन आप अंजली मेहरा को
परदे पर देखेंगे तो ज्यादा समझ में आएगा कि वह क्या बला है।
अंजली मेहरा
वास्तविक जीवन में राखी के विपरीत है तो राखी अरोड़ा बनने के लिये उसे क्या कुछ
करना पड़ा?
शुरू में जब
डारेक्टर रामगोपाल विमल सर ने मुझे इस रोल के बारे में बताया तो मैं शॉक्ड थी कि
क्या ऐसी लड़कियां भी होती हैं। इस पर उनका कहना था कि बिल्कुल होती हैं। बाद में
मैं कुछ पार्टीयों में गई वहां मैंने कुछ वैसी लड़कियों को गौर से देखा, उनकी ड्रेसेस देखी, उनका
एटीट्यूट नोट किया। सबसे बड़ी बात की उनकी चाल में जो एक कांफिडेंस था उसने मुझे
बहुत इंप्रेस किया। बाद मैं मैंने अपने आपको उसी तरह से बदलने की कोशिश की उस
एटिट्यूड को फॉलो करने की प्रैक्टिस की।
निर्माता मिर्जा
असलम व निर्देशक रामगोपाल विमल से आपकी टयूनिंग कैसी रहीं ?
दोनों ही सुलझे व
सहयोग करने वाले इंसान है। फिल्म के सेट पर वे कलाकारों का मनोबल बढाते रहे है।
क्या कुछ वर्कशॉप भी
हुये?
जी हां, करीब दस दिन हमने वर्कशॉप लिया। वहां विमल सर ने
बताया कि वह सारे किरदार उनके दिमाग में कहां से आये, उनका बैकग्राउंड क्या है, वह ऐसे क्यों हैं और उन्हें हमें कैसे लेना है।
दरअसल वह शूट करने से पहले हमें एक आइडिया देना चाहते थे कि उन्होंने यह फिल्म
क्यों लिखी। इसके बाद मेरा दिमाग अपने रोल को लेकर काफी हद तक साफ हो गया। उसी
दौरान मुझे एक फिल्म मिलेगे मिलेगे देखने का मौका मिला, उसे देखने के बाद मुझमें बहुत आत्मविास आया।
कहा जाता है अक्सर
फिल्म को प्रमोशन करने के मकसद से कुछ अफवाहें हीरो हीरोईन के संबधों को लेकर उडाई
जाती है,ताकि फिल्म गर्म रहे ?
हमारे बीच ऐसा कुछ
क्यों नहीं हुआ, क्योंकि मैं और राहुल दोनों बहुत सिक्योर हैं।
दरअसल हम दोनों यही भावना लेकर काम कर रहे थे कि हम कुछ अच्छा करें जिससे हमें आगे
और अच्छा काम करने के लिये मिले। वैसे आज की जनरेशन में यह सब चीजें सोचना बेवकूफी
समझा जाता है।
फिल्म फीमेल
एक्सप्रेस और फिल्म लव लव प्यार प्यार के
बीच काफी गैप रहा। वजह?
दोनों फिल्मों के
बीच डेढ साल का गैप रहा। उसमें एक साल तो इसी फिल्म को कंपलीट होने में लग गया।
बाकी फीमेल एक्सप्रेस के बाद मुझे चार पांच फिल्म ऑफर हुई थीं। फिल्मलव लव प्यार
प्यार की शूटिंग सितम्बर में शुरू होगी उसमें माजिद जी
हीरो हैं।
दिल्ली से प्रेमबाबू शर्मा की
रिपोर्ट |