(29/07/2016) 
हाफिज से मिलकर आया था बहादुर अली और कश्मीर के जंगलों से दे रहा था हर एक खबर
नई दिल्ली। कश्मीर में जिंदा पकड़े गए आतंकी बहादुर अली ने पूछताछ में एक और बड़ा खुलासा किया है। आतंकी बहादुर अली ने बताया कि वह पीओके में हाफिज सईद से मिला था। उसे ए3 उर्फ ड्राइवर का कोड मिला था। बहादुर के मुताबिक लश्कर के रंगरूट हाफिज को चाचा बुलाते हैं।

 बहादुर अली ने एनआईए पूछताछ में बताया कि भारत में घुसपैठ करने के बाद उसके तीन साथी एनकाउंटर में मार दिए गए थे। तीन साथियों की मौत के बाद वह सैटलाइट फोन से पाकिस्तान में वालिद नाम के एक शख्स के साथ संपर्क में था।वालिद उसे उसके आगे के एक्शन के बारे में लगातार गाइड कर रहा था। वालिद ने उसे डॉक्टर और नर्स कोडवर्ड वाले दो लोगों से मुलाकात करने के लिए कहा था। ये कोडवर्ड एक पुरुष और एक महिला ऑपरेटिव्स के थे। एनआईए ने इन दोनों के ही मोबाइल नंबरों को ट्रैक कर लिया है और अलग अलग वॉट्सऐप नंबर की जानकारी भी जुटा ली है।मुंबई आतंकी हमलों के साजिशकर्ता और जमात उद दावा के मुखिया हाफिज सईद ने कश्मीर हिंसा पर गुरुवार को बड़ा खुलासा किया। हाफिज सईद ने माना कि बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में जारी हिंसा के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है। लश्कर के आतंकी ही घाटी में हो रहे प्रदर्शन और विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं।पाकिस्तान के फैसलाबाद में जमात-उद-दावा के कार्यकर्ताओं की बैठक में हाफिज सईद ने ये ऐलान किया। उसने अपने खुलासे में कहा कि बुरहान वानी की हत्या के बाद कश्मीर में निकाले गए विरोध मार्च का नेतृत्व लश्कर का एक कमांडर कर रहा था।
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