(14/08/2016) 
रक्षा मंत्री का सशस्त्र बलों को शुभकामनाएं
70 वें स्‍वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का आकाशवाणी पर सशस्त्र बल के जवानों को पारंपरिक दिया संदेश। मेरे प्रिय जवानों, हम 70 वां स्‍वतंत्रता दिवस मनाएंगे। इस अवसर पर सशस्त्र बलों में सेवा दे रहे आप में से प्रत्येक को मैं अपनी हार्दिक शुभकामनाएं और बधाइयां देता हूं। मैं सभी सेवारत जवानों तथा सेना, नौसेना, वायुसेना एवं तट सुरक्षा के पूर्व सैनिकों को भी बधाई देता हूं। मैं अपने सशस्त्र बलों के जवानों के परिवार के सदस्यों को भी शुभकामनाएं देता हूं जिनमें से कई अपने घरों से दूर तैनात हैं।

2. इस शुभ अवसर पर, मेरी भावनाएं उन सभी लोगों के प्रिय जनों के साथ हैं जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सुरक्षा करने में अपने प्राणों की आहुति दी। हम हमेशा उनकी सर्वोच्च कुर्बानी के लिए उनके प्रति कृतज्ञ बने रहेंगे। चूंकि सशस्त्र बल हमारे देश की सुरक्षा में अग्रणी है, मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि सरकार आपके हौसले बुलंद रखने और आपके काम काज की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। 

3. हाल ही में, एक एएन-32 वायुयान, जो पोर्ट ब्लेयर जा रहा था, बंगाल की खाड़ी में गुम हो गया। यह भारतीय वायुसेना द्वारा संचालित सप्ताह में तीन दिन तंबरम से पोर्ट ब्लेयर जाने वाली एक कुरियर सेवा थी। वायुयान में 6 क्रू सदस्य थे और यह रक्षा सेवा के 23 जवानों को ले जा रहा था। इस सूचना की प्राप्ति के तुरंत बाद कि वायुयान गुम हो गया है नौसेना, वायुसेना एवं तट सुरक्षा बल के जवानों को खोज एवं राहत कार्यों में लगा दिया गया। 

वायुयान पर सवार सभी क्रू एवं यात्रियों के संबंधियों को इसके बारे में सूचना दी जा रही है और नामांकित अधिकारियों द्वारा खोज कार्यों के बारे में उन्हें नियमित रूप से अपडेट किया जा रहा है। सभी स्रोतों द्वारा प्राप्त इनपुट की जहाजों एवं वायुयानों द्वारा गहनता से जांच की जा रही है लेकिन दोस्तों, यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि अब तक गुम हुए वायुयान के बारे में कोई भी ठोस साक्ष्य उभर कर सामने नहीं आया है। 

अनिश्चितता की इस घड़ी में हम रक्षा जवानों के दुखों को साझा करते हैं जो वायुयान में सवार थे और मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि सरकार गुम हुए वायुयान का पता लगाने का हर संभव प्रयास करेगी। 

4. पठान कोट एयर बेस पर हमला करने के लिए सीमा पार से पूरी तरह सशस्त्र होकर आए आतंकवादियों के साथ आपका मजबूत एवं निडर प्रत्युत्तर देश के लिए प्रेरणा का एक स्रोत था। मैं हमारे वायुसेना के योद्धाओं और सुरक्षा बलों द्वारा इस हमले को विफल बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करता हूं। मैं हमारे उन सात बहादुर जवानों की शहादत पर शोक व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुकाबले की कार्रवाई में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। 

5. हमारे सशस्त्र बलों ने काफी उकसावे के बावजूद कश्मीर घाटी में आतंकवादियों से निपटने में बेहद संयम का प्रदर्शन किया है। आपने सीमा पार से जम्मू एवं कश्मीर में सभी युद्ध विराम के उल्लंघनों तथा नापाक मंसूबे के साथ देश में घुसपैठ करने की आतंकवादियों की कोशिशों का प्रभावशाली तरीके से मुकाबला किया है। 

6. पहले की ही तरह, आप भारत एवं विदेश दोनों ही जगहों पर, बचाव एवं राहत दोनों ही कार्यों में अग्रणी रहे हैं। सशस्त्र बलों ने चेन्नई एवं गुजरात में सहायता प्रदान की है, सुदूर दक्षिण सूडान से भारतीय एवं विदेशी नागरिकों को संकट से बाहर निकाला एवं इसके साथ-साथ पड़ोसी देश श्रीलंका में तूफान पीड़ितों की भी सहायता की। आपने बिना अपने आराम की परवाह किए भोजन, दवाओं एवं चिकित्सकीय देखभाल प्रदान करने के लिए दूसरों की मदद की। राष्ट्र ने उत्तराखंड की पहाड़ियों में जंगलों में लगी भीषण आग को बुझाने में आपके निडर प्रयासों को भी देखा। इन प्रयासों के लिए आपको मेरा विशेष धन्यवाद

7. मेरे प्रिय जवानों, पूर्व सैनिकों के कल्याण एवं बेहतरी की दिशा में काम करना सरकार के नियमित प्रयासों में रहा है। हमारी सरकार ने पिछले वर्ष नवम्बर में एक रैंक एक पेंशन (ओआरओपी) को क्रियान्वित करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है और रक्षा बल के जवानों की लंबे समय से चली आ रही मांगों को पूरा किया है जिससे 20 लाख से अधिक पूर्व सैनिकों को लाभ पहुंचा है। मुझे यह जानकारी देने में प्रसन्नता हो रही है कि ओआरओपी बकायों/ संशोधित पेंशन की दिशा में पहले ही 3819.33 करोड़ रुपये 18,90,635 रक्षा बल पेंशनयाफ्ताओं को वितरित किए जा चुके हैं। 

8. हमारी सरकार पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों को गुणवत्तापूर्ण एवं किफायती स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए विशेष कदम उठा रही है। स्वास्थ्य देखभाल सुधारों के एक हिस्से के रूप में हम लोगों ने पूर्व सैनिक योगदान स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) को पूरी तरह डिजिटाइज कर दिया है। ईसीएचएस के तहत कुल 47 लाख से अधिक लाभार्थियों को कवर किया गया है। वर्तमान में इस योजना को 28 क्षेत्रीय केंद्रों द्वारा संचालित किया जा रहा है। ईसीएचएस लाभार्थियों को कैश रहित उपचार प्रदान करने के लिए कुल 1445 सिविल अस्पतालों को इम्पैनल किया गया है। 

9. सरकार पूर्व सैनिकों एवं उनके कल्याण के लिए कई कदम उठा रही है। इस वर्ष 1 अप्रैल से, पूर्व सैनिकों की दो पुत्रियों तक को विवाह अनुदान 16,000 से 50,000 रूपये कर दिया गया है। प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना (पीएमएसएस) के तहत छात्रवृत्तियों की संख्या 4,000 से बढ़ाकर 5,500 कर दी गई है। यह 2015-16 के शैक्षणिक वर्ष से प्रभावी होगा तथा छात्रों एवं छात्राओं के बीच समान रूप से विभाजित होगा। इस योजना का उद्देश्य पूर्व सैनिकों/ पूर्व तट रक्षकों के बच्चों के बीच उच्चतर तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देना है। 

10. सुदूर एवं ऊंचे पहाडी स्थानों पर सेवारत जवानों की कठिनाइयों एवं उनके परिवार से लंबे अलगाव पर विचार करते हुए मैंने मंत्रालय को प्राथमिकता के आधार पर विवाहित आवास परियोजना (एमएपी) को पूरा करने को कहा है। यह विवाहित जवानों को लिए उनकी तैनाती के स्थानों के निकट लगभग 2 लाख आवासीय इकाइयां उपलब्ध कराएगी। एमएपी के तीसरे और अंतिम चरण के शीघ्र ही क्रियान्वित होने की उम्मीद है जिससे 71,000 और अधिक आवासीय इकाइयां उपलब्ध होंगी। 

11. आप जानते हैं कि देश की सीमाओं पर चौकस निगरानी बनाए रखने की आवश्यकता है। इसलिए हमें अपनी पूरी तैयारी रखनी चाहिए और कम समय में अग्रिम पंक्तियों में तैनाती के लिए टुकड़ियों को सक्रिय करने योग्य होना चाहिए। साथ-साथ हमें अपनी हथियार प्रणाली और उपकरण को उन्नत और आधुनिक बनाने की आवश्यकता है। सरकार ने खरीद प्रक्रिया को व्यवस्थित करने तथा इसे तेज और पारदर्शी बनाने के लिए अनेक कदम उठाये हैं। मुझे विश्वास है कि इससे आपको कम समय में बेहतर हथियार और रक्षा प्लेटफॉर्म पाने में मदद मिलेगी।

12. अग्रिम क्षेत्रों में हमारे सैनिकों को कार्य की अनुमति देने के लिए हमारे वैज्ञानिकों ने स्वदेशी 155 एमएम होविट्जर तोप धनुष का विकास किया है। इन आधुनिक तोपों के परीक्षण के लिए इन्हें सेना को सौंप दिया गया है। इससे हमारी सेना की तोप दागने की क्षमता में वृद्धि होगी। 

13. इस वर्ष भारतीय वायु सेना ने तीन महिला फाइटर पायलटों को युद्धक क्षेत्र में शामिल करके इतिहास रचा। इस दूरदर्शी कदम के लिए मैं भारतीय वायु सेना को सलाम करता हूं। 

14. हाल में स्वेदश में डिजाइन, विकसित और निर्मित हल्का लड़ाकू विमान तेजस को भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया। तेजस का पहला स्क्वायड्रन बनाने की प्रक्रिया चल रही है। इस हल्के लड़ाकू विमान में अत्याधुनिक वैमानिकी का उपयोग किया गया है। मुझे विश्वास है कि यह लड़ाकू विमान हमारी वायु रक्षा और आक्रमण क्षमता को बढाने में मददगार साबित होगा। 

15. आईएनएस कलवेरी का समुद्री परीक्षण 01 मई, 2016 को प्रारंभ हुआ। यह स्कार्पीन श्रेणी की श्रृंखला की पहली पनडुब्बी है। इसका निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने किया। भारतीय नौ सेना ने आईएनएस कोच्चि को कमीशन किया। यह कोलकाता श्रेणी का निर्देशित मिसाइल विध्वंसक, स्वदेश निर्मित पनडुब्बी है। नौसेना द्वारा कमीशन की गई पनडुब्बियों में आईएनएस कदमत 28 श्रेणी एंटी सबमेरिन वॉरफेयर परियोजना की दूसरी पनडुब्बी है। आईएनएस तरमुगली अत्यधिक लचिला तेजी के साथ आक्रमण करने वाली पनडुब्बी है। 

16. भारत की एक्ट ईस्ट नीति के अनुरूप तथा भारत और अमेरिका तथा भारत और जापान के बीच बढ़ते संबंधों को देखते हुए नौसेना के हमारे जहाजों ने अमरीकी नौसेना और जापानी मेरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स के साथ प्रशांत महासागर में 20वां मालाबार अभ्यास किया। इस अभ्यास से तीनों देशों की नौसेनाओँ के बीच बेहतर संचालन विकसित करने में मदद मिली। इस अभ्यास में रक्षा सहयोग विकसित करने के भारत के प्रयासों को भी दिखाया गया। 

17. डिजिटल विश्व में संचालन चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए हम अनेक कदम उठा रहे हैं ताकि तीनों सेनाओँ के संचार नेटवर्क का डिजिटिकरण हो सके। हाल में रक्षा संचार नेटवर्क (डीसीएन) का उद्घाटन किया गया है। यह एकजुटता के लिए संचार प्रणाली के रूप में काम करेगा। डीसीएन लागू किया जाना भारतीय उद्योग की क्षमता का साक्ष्य है। यह डिजिटल भारत कार्यक्रम की प्रगति की पुष्टि करता है। यह तीनों सेवाओं, एकीकृत रक्षा स्टॉफ और रणनीतिक बल कमान में नेटवर्क का केंद्र सुनिश्चित करने की दिशा में प्रमुख कदम है। 

18. मैं डीआरडीओ तथा रक्षा संबंधी अन्य प्रतिष्ठानों के वैज्ञानिकों तथा प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों को उनके सराहनीय कार्य के लिए धन्यवाद देता हूँ। वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों ने हमारे सशस्त्र बल को अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस किया है तथा विकास और स्वदेशी निर्माण किया है। 

19. इन शब्दों के साथ मैं एक बार फिर स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आपको और आपके परिवार के सदस्यों को बधाई देता हूँ। हमें अपने स्वतंत्रता दिवस पर देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए पूरी शक्ति और पूरी योग्यता के साथ मातृभूमि की रक्षा और सेवा की शपथ लेनी चाहिए। 
Copyright @ 2019.