(12/09/2016) 
आदिवासी क्षेत्रों को छत्तीसगढ़ का सबसे विकसित स्थल बनाना हमारा संकल्प : डॉ. रमन सिंह
रायपुर। आज एकात्म परिसर में भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा छत्तीसगढ़ प्रदेश की प्रथम कार्यसमिति बैठक हुई। इस बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी 11 करोड़ सदस्यों की संख्या के साथ, 300 से अधिक सांसदों और लगभग 1000 विधायकों के साथ लगभग 13 राज्यों में शासन कर रही है।

जनसंघ के समय पं. दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, तत्पश्चात अटल जी व आडवानी जी और वर्तमान में नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी अपने प्रणेता की परिकल्पना कि सरकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके इसे साकार करने में लगी हुई है। आज आदिवासी क्षेत्रों की बदली हुई सूरत इसका जीता जागता प्रमाण है। उन्होंने कहा कि योजना चाहे चरण पादुका वितरण की हो, वनोपज की समर्थन मूल्य तय करना हो, तेन्दूपत्ता संग्रहण का बोनस हो, आदिवासियों को वनभूमि के पट्टे का मामला हो, हमारी सरकार ने सभी मामलों में जनहित को सर्वोपरि रख कार्य किया है। कौशिक ने कहा हमारी कार्यशैली का एक उदाहरण यह है कि कांग्रेस ने 1955 से आज तक 22 लाख गैस कनेक्शन बांटे और हम मात्र दो वर्षों में छत्तीसगढ़ में मात्र 200 रू. में 25 लाख गैस कनेक्शन उज्वला योजना के अंतर्गत बांटने जा रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि इतनी जनहित कारी योजनाओं के बावजूद अभी संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में पिछले दो चुनावों की अपेक्षा हमें आदिवासी क्षेत्रों में कम सफलता क्यों मिली है, मोर्चे के कार्यकर्ता इसका चिंतन करें और योजनाओं को पूरी जिम्मेदारी के साथ हितग्राहियों तक पहुंचाएं तो भाजपा को 4थीं बार सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता। 
मुख्यमंत्री  डॉ. रमन सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने बस्तर के अबूझमाड़ को 70 साल तक संस्कृति बचाने के नाम पर बंधक बनाए रखा, जिसका परिणाम यह हुआ कि जहां ढोल और मांदर की आवाज गूंजनी थी, वहां बम और बंदूक की आवाजें सुनाई पड़ती हैं। यह कांग्रेसियों की देन है। आज कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण बस्तर एवं सरगुजा को नक्सलवाद ने विकसित नहीं होने दिया। कांग्रेसी शासन द्वारा उपेक्षित बस्तर एवं सरगुजा में हमारी सरकार ने लगातार 13 साल तक विकास कार्य कर कांग्रेसियों द्वारा बनाई खाई को पाटने का काम किया है और यह संभव हो सका है पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य बनाने के बाद। भाजपा की सरकार के सत्ता में आने के पश्चात एक व्यापक परिवर्तन आदिवासी क्षेत्रों में दिखाई पड़ रहा है। आज बस्तर का आदिवासी युवा जहां आईआईटी जैसे कठिन परीक्षा में सफलता अर्जित कर रहा है, दिल्ली में टा्रईबल युथ हास्टल में रहते हुए वह कलेक्टर और एसपी बनने का सपना संजो रहा है। रमन सिंह ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सड़कों और टेक्नालॉजी का बहुत बड़ा योगदान होता है। आज हम बस्तर नेट के नाम से सात जिलों को 40 करोड़ रू. खर्च कर जोड़ रहे हैं। आज दंतेवाड़ा और सुकमा का इतना विकास हो गया है कि कुछ दिनों पश्चात लोग इसे रायपुर से भी अधिक विकसित मानने लगेंगे। निकट भविष्ट में बस्तर से हर वर्ष लगभग 4 सौ आदिवासी युवक डॉक्टर तथा 4000 इंजीनियर बनेंगे। हमारा लक्ष्य शतप्रतिशत गांवों में बिजली पहुंचाने का है। आदिवासी क्षेत्रों में हमारी उज्वला योजना के अंतर्गत घर-घर गैस कनेक्शन पहुंच सके इसकी हमें तैयारी करनी है। यह योजना हमें उसी तरह लाभ पहुंचाएगी जिसतरह हमारी पूर्ववर्ती 2 रू. किलो चांवल की योजना ने पहुंचाया था। बस्तर के विकास में अवरोध पैदा करने वाले नक्सलियों का भी तेजी से सफाया हो रहा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपेक्षा करते हुए कहा कि वे पूरे विश्वास के साथ इन योजनाओं को अपने समाज के लोगों तक पहुंचाएं तो भाजपा की विजय आगामी चुनाव में सुनिश्चित है। 
राष्ट्रीय प्रभारी भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा एवं राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम ने समापन उद्बोधन में कहा कि मा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शपथ लेने के बाद संसद में अपने भाषण में सबसे पहले गांव गरीब, मजदूर, किसान के उत्थान की बात कही और अपने केवल दो साल के कार्यकाल में इस दिशा में कार्य करके दिखाया। भारत सरकार गरीब मजदूर और किसानों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है जिसका लाभ उन्हें दिलाने के लिए एस.टी मोर्चा के कार्यकर्ता  काम करें जिससे इन वर्गों का जुड़ाव हमारे साथ बना रहे। उन्होंने कहा कि हमारे मोर्चा के कार्यकर्ता कांग्रेसियों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम का डटकर मुकाबला करें और समाज में डॉ. रमन सिंह एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार एवं लाभ दिलाएं। 
अनुसूचित  जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष सिद्धनाथ पैकरा ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता भोलेभाले आदिवासी हैं तथा वे कई बार कांग्रेस के दुष्प्रचार का सामना नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता सारी योजनाओं की ठीक तरह से जानकारी लेे लेवें जिससे उन्हों योजनाओं को अपने समाज के लोगों तक पहुंचाने में सहायता तो मिलेगी ही, साथ ही साथ वे कांग्रेस के दुष्प्रचार का तार्किक जवाब भी दे सकेंगे। 
सभी मोर्चाे के प्रभारी रामप्रताप सिंह ने बैठक में आए जनप्रतिनिधियों से यह कहा कि 20 सितम्बर तक जिला और मंडल स्तर पर समितियों का गठन कर प्रदेश कार्यालय को सूचना देवें। साथ ही साथ उन्होंने निर्देशित किया कि जिला स्तर पर हमारी योजनाओं को लेकर हम समाज में उन व्यक्तियों के साथ भी बैठक करें जो हमारे सदस्य नहीं है। इससे भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वातावरण तैयार होगा और हमारे मतों के प्रतिशत में वृद्धि होगी। 
आज राजनीतिक प्रस्ताव होरीलाल रावटे ने प्रस्तुत किया जिसका श्यामलाल मरावी ने समर्थन किया तथा यह प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित माना गया। इस प्रस्ताव में केन्द्र और राज्य सरकार को आदिवासी हितों में किये जा रहे कार्य के लिए बधाई दी गई और मोर्चे की ओर से यह विश्वास दिलाया गया कि मोर्चा भारतीय जनता पार्टी की योजनाओं को धरातल तक पहुंचाएगा और राज्य में चौथी बार तथा केन्द्र में और अधिक बहुमत से भाजपा की सरकार लाने में सहायक होगा। 
आज की इस बैठक में पूर्व जनसंपर्क अधिकारी सुखदेव कुरेटी ने मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष के समक्ष भाजपा प्रवेश किया। आज बैठक में रामविचार नेताम, मोर्चा प्रभारी और वनौषधि बोर्ड अध्यक्ष रामप्रताप सिंह मंत्री रामसेवक पैकरा, केदार कश्यप, महेश गागड़ा, सांसद विक्रम उसेंडी, मोर्चाध्यक्ष सिद्धनाथ पैकरा, चांपादेवी पावेल, विकास मरकाम, श्रवण मरकाम, देवलाल दुग्गा, भोजराज नाग, जी.आर. राणा, प्रबोध मिंज, प्रितम दिवान, पुष्पा नेताम, लच्छुराम कश्यप और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जिलों के अध्यक्ष व महामंत्री उपस्थित थे। 
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