(07/01/2017) 
मुखर्जी नगर और बेंगलुरु में महिलाओं के साथ बदसलूकी सभ्य समाज पर बदनुमा दाग
दिल्ली को शर्मसार होने से बचाने वाले मुखर्जीनगर के बहादुर पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से दयानंद वत्स ने की मांग।

नेशनल चाइल्ड एंड वूमेन ड्वलपमेंट चेरिटेबल ट्रस्ट  दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष, गांधीवादी विचारक और चिंतक दयानंद वत्स ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर दिल्ली के मुखर्जीनगर और बेंगलुरु में महिलाऔं के साथ की गई
बदसलूकी पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए इसे सभ्य समाज पर बदनुमा दाग बताते हुए कहा कि इस प्रकार की कुत्सित घटनाओं में संलिप्त लोग मानसिक विकृति के शिकार हैं जो महिलाओं के प्रति होने वाले सभी अपराधों के लिए जिम्मेदार हैं। ऐसे आपराधिक प्रवृति के लोगों को चिन्हित कर उनको  कडी सजा दी जानी चाहिए।  वत्स ने उन लोगों की भी कडी आलोचना की है जिन्होनें इन घटनाओं के पीछे महिलाओं के पहनावे पर  सवाल उठाए हैं। श्री वत्स ने कहा कि लोगों की सोच में बदलाव लाए बिना इस तरह की घिनौनी हरकतों पर पूर्णविराम नहीं लगाया जा सकता है। इसके लिए एक राष्ट्रव्यापी जन-जागरुकता आंदोलन चलाने का समय अब आ गया है। अब बेटी बचाओ बेटी पढाओ से एक कदम आगे बढकर बेटियों की सुरक्षा और उनके आत्मसम्मान की रक्षा के लिए 125 करोड देशवासियों को स्वयं पहल करने का आह्वान किया।  वत्स ने केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका गांधी से मांग की है कि वह अपने मंत्रालय को इस दिशा में कार्ययोजना बनाने के आदेश दें।
दयानंद वत्स ने दिल्ली को शर्मसार होने से बचाने वाले मुखर्जी नगर में तैनात दोनों पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री  राजनाथ से अपील की है जिन्होने अपनी बहादुरी से अनहोनी को रोका। 
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