(07/01/2017) 
नई दिल्ली, 7 जनवरी । प्रदेश के स्वर्ण जयंती वर्ष में हरियाणा की समृद्घ सांस्कृतिक और साहित्यिक धरोहर पुस्तकों के जरिए जन जन तक पंहुचाए जाने की आवश्यकता है।
यह कार्य पुस्तक मेलों और साहित्यिक आयोजनों के माध्यम से प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। राष्टï्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक श्री सुधीर कुमार ने यह टिप्पणी यहां प्रगति मैदान में प्रारंभ हुए विश्व पुस्तक मेले में हरियाणा ग्रंथ अकादमी के स्टॉल क ा शुभारंभ करने के बाद उपस्थित पुस्तकप्रमियों से संवाद में की।

 अकादमी के उपाध्यक्ष प्रो. वीरेन्द्र सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुए आयोजन में वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के कुलपति  
प्रो. दिनेश कु मार बतौर विशिष्टï अतिथि शामिल हुए। मुख्यमंत्री के निजी सचिव श्री राजेश कुमार और हरियाणा ग्रंथ अकादमी के सदस्य डा. वेद प्रकाश व्यथित भी इस अवसर पर मौजूद थे।
सुधीर कुमार ने कहा कि नई पीढ़ी को पुस्तकों के स्वाध्याय का संस्कार देना आवश्यक है। अच्छी पुस्तकों से बेहतर कोई मित्र नहीं हो सकता। उन्होंने उम्मीद जताई कि हरियाणा की भाषा अकादमियां इस दिशा में  
और अधिक प्रखरता के साथ काम करेंगी। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालयों के पुस्तकालयों को और अधिक प्रभावी और संपन्न बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि  
डिजिटाईजेशन के युग में भी प्रकाशित पुस्तकों का महत्व जस का तस बरकरार है और भविष्य में भी रहेगा।
हरियाणा ग्रंथ अकादमी के डिप्टी चेयरमैन प्रो. वीरेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि हरियाणा के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य मे अकादमी के अध्यक्ष और हरियाणा के मुख्यमंत्री  मनोहर लाल ने अकादमी की पुस्तकों पर  
पचास फीसदी तक की छूट की घोषण की है। इसी क्रम में प्रदेश में छह स्थानों में विशेष पुस्तक मेलों के आयोजन की घोषणा भी की गई है। प्रो. चौहान ने कहा कि अकादमी के सभी प्रकाशनों को स्वर्ण जयंती वर्ष के  
दौरान डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य प्रारंभ हो चुका है। इसी प्रकार अकादमी ने इस वर्ष नवंबर तक कम से कम पचास नई पुस्तकों के प्रकाशन का निर्णय भी लिया है। 
कैप्शन : विश्व पुस्तक मेले में हरियाणा ग्रंथ अकादमी के स्टाल का लोकार्पण करते  सुधीर कुमार, प्रो. वीरेन्द्र सिंह चौहान, प्रो. दिनेश कुमार, राजेश कुमार और डा. वेद प्रकाश व्यथित
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