(21/05/2017) 
गृहमन्त्री ने सशस्त्र सीमा बल की गेजिंग वाहिनी मुख्यालय का शिलान्यास किया
नई दिल्ली, 21 मई 2017ः- हिमालय की गोद में बसा सिक्किम भारत के सुन्दरत्तम राज्यों में से एक है। इसी राज्य के पश्चिमी जनपद स्थित सशस्त्र सीमा बल की 36वीं वाहिनी के प्रांगण में माननीय गृहमन्त्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र सीमा बल की गेजिंग वाहिनी मुख्यालय का शिलान्यास किया।

 शिलान्यास के पश्चात् माननीय गृहमन्त्री ने सैनिक सम्मेलन में अधिकारियों एवं जवानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गेजिंग वाहिनी मुख्यालय के लिए  77.88 करोड की लागत से 62.466 एकड जमीन पर 213 आवासीय भवन, ऑफिसर मैस, एस00 मैस, जवान बैरक एवं अस्पताल का निर्माण किया जाएगा।  अपने सम्बोधन में माननीय गृहमन्त्री ने आशा व्यक्त कि एन0बी0सी0सी0 इस निर्माण कार्य को 18 माह के निर्धारित अवधी में पूरा कर लेगी। अपने मंत्रालय की प्राथमिकताओं को गिनाते हुए माननीय गृहमन्त्री ने कहा कि केन्द्रीय पुलिस बलों के कार्मिकों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना गृह मंत्रालय की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है जिसके परिणाम स्वरूप आज यहां वाहिनी मुख्यालय भवनों का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया है।

सशस्त्र सीमा बल की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए माननीय गृहमन्त्री ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल अपने दायित्वों का निर्वाहन पूर्णतः कर्तव्यनिष्ठा एवं लगन से कर रहा है। बल हर क्षेत्र में अपने नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे विदित है कि जहां पिछले वर्ष सशस्त्र सीमा बल 306 करोड़ मूल्य के अवैध सामान को सीमा पर जब्त कर 5001 तस्करों एवं नक्सलियों को गिरफतार किया वहीं इस वर्ष के मात्र 4 महीनों में सशस्त्र सीमा बल 227 करोड़ मूल्य का अवैध सामान जब्त कर 2818 असामाजिक तत्वो को  गिरफतार कर लिया है। सशस्त्र सीमा बल की कार्यकुशलता एवं दक्षता को महत्व प्रदान करते हुए भारत सरकार ने बल को जम्मू व काश्मीर में आंतरिक सुरक्षा का दायित्व प्रदान किया है तथा वर्तमान में बल की 05 वाहिनियॉ राज्य के ऑंतरिक सुरक्षा प्रबंधों में सफलता पूर्वक कार्य निर्वाहन कर रही है। इसके अलावा बिहार, झारखण्ड एवं छत्तीसगढ़ में भी नक्सल प्रभावित जिलों में बल का कार्य प्रसंशनीय रहा है। एन.डी.आर.एफ. (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) में भी सशस्त्र सीमा बल की 02 वाहिनी योगदान दे रही है। सशस्त्र सीमा बल अपने कर्तव्यों से सेवा, सुरक्षा, बंधुत्व के अपने उद्देश्य को स्थापित कर रही हैं। अभी हाल ही में 15वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ने असम के चिरांग जिले में एन0डी0एफ0बी0 के आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया तथा उससे हथियार एवं गोला बारूद जब्त किया। इसी क्रम में उपनिरीक्षक अमल सरकार ने अपना सर्वोच्च बलिदान देते हुए न केवल बल की अपितु पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। माननीय गृह मंत्री ने यह भी घोषणा की कि ऑपरेशन में शहीद हुए जवान के परिवार को 1 करोड़ किया जाएगा।

माननीय गृहमन्त्री ने कहा कि उन्होंने अपने हवाई सर्वेक्षण के दौरान देखा कि सशस्त्र सीमा बल की चैकियॉं- समवाय हेडक्वाटर उत्त्रेय, चैकि बजराधारा और चैकि कुमुख उच्च उॅंचाई पर स्थित हैं । ऐसी विषम परिस्थितियों में भी देश की सुरक्षा का दायित्व पूरी मुस्तैदी से निभाने के लिए सशस्त्र सीमा बल बधाई की पात्र है।

सम्बोधन के पश्चात् माननीय गृहमन्त्री ने सशस्त्र सीमा बल की प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा स्वयं जवानों व अधिकारियों के साथ बडाखाना में सम्मिलित हुए और जवानों को उनके कल्याण के लिए 1लाख रूपये का दान दिया ।

बटालियन मुख्यालय कार्यक्रम के पश्चात् माननीय गृहमन्त्री  ने गांव पेलिंग में सिविक एकसन कार्यक्रम में भाग लिया। यहॉं अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि सिक्किम की जनता और सशस्त्र सीमा बल के बीच में सामंजस्य देखकर मैं अभिभूत हूं । सशस्त्र सीमा बल का सिक्किम की जनता के साथ बहुत पुराना रिस्ता रहा हैं ।  मैं इस बात से प्रसन्न हॅू कि सशस्त्र सीमा बल यहॉं सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ आम जनता के कल्याण के लिए विभिन्न प्रकार के कल्याणकारी  कार्यों के तहत मेडिकल सिविक एकसन, वेटनरी सिविक एकसन, सामाजिक जागरूकता अभियान, रोजगार परक प्रशिक्षण कार्यक्रम, महिला जागरूकता कार्यक्रम आदि का लगातार आयोजन करता आ रहा है । पिछले सालों में सिक्किम राज्य ने जो विकास की नई उपलब्धियाॅं हासिल की है उसमें सशस्त्र सीमा बल का भी योगदान रहा हैं । आज के इस कार्यक्रम में सशस्त्र सीमा बल के साथ राज्य के विभिन्न विभागो  के कैम्प इस बात का उदाहरण है कि सीमा की सुरक्षा में ना सिर्फ सशस्त्र सीमा बल बल्कि राज्य के विभिन्न विभाग एवं जनता भी देश की रक्षा के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे है । यहॉं पर सशस्त्र सीमा बल का राज्य सरकार एवं जनता के साथ समन्वय को देख मैं काफी खुश हॅूं । मुझे हर्ष है कि सिक्किम में प्राकृतिक आपदा एवं भूकंप के दौरान किए गए कार्यों के लिए सशस्त्र सीमा बल को राज्य का श्रेष्ठ आपदा प्रबंधन इकाई का पुरस्कार मिला हैं ।  मैं सशस्त्र सीमा बल की महानिदेशक महोदया को इस बात की विशेष बधाई देना चाहता हूं कि उनकी व्यक्तिगत पहल पर गत वर्ष दिसम्बर माह में सशस्त्र सीमा बल ने देश के दूर-दराज के इलाकों से 145 युवतियों, जिसमें सिक्किम से भी 20 युवतियां शामिल थी, को दिल्ली, आगरा, जयपुर, शिमला आदि इलाकों में शैक्षणिक भ्रमण पर आने का अवसर प्रदान किया । मुझे इस बात का हर्ष है कि बल के 53वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर मुझे भी इन युवतियों से मिलने का मौका मिला था। इस अवसर पर इन युवतियों को महामहीम राष्ट्र्पति माहेदय से भी मिलने का अवसर मिला जो कि जीवन पर्यन्त उनके लिए अविस्वमर्णिय अनुभव रहेगा यह मेरा मानना है । 

अपने स्वागत सम्बोधन में महानिदेशक सशस्त्र सीमा बल श्रीमति अर्चना रामासुन्दरम भा0पु0से0 ने माननीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह का पूरे सशस्त्र सीमा बल परिवार की तरफ से स्वागत और आभार प्रकट किया । उन्होन यह भी कहा कि माननीय गृहमन्त्री का सशस्त्र सीमा बल वाहिनी में भ्रमण अधिकारी एवं  कर्मचारी को मार्गदर्शन, सब मे उत्साह का संचार और हमें विपरीत परिस्थितियों में कर्तव्य पालन के लिए पे्ररित करती रहेगी । 

इस अवसर पर सीमान्त मुख्यालय सिलीगुडी, महानिरीक्षक एस0 बन्धोपाध्याय, क्षेत्रीय मुख्यालय गंगटोक के उप-महानिरीक्षक वन्दन सक्सेना तथा आमिंत्रत सभी अतिथिगण, सशस्त्र सीमा बल के अधिकारीगण, अधीनस्थ अधिकारी और जवान उपस्थित थे।

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