राष्ट्रीय (07/04/2015) 
बोर्ड एग्जाम में शिक्षको की चाँदी,कॉपियों से निकल रहे हैं नोट
बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन मे एक से बढ़कर एक दिलचस्प नजारे सामने आ रहे हैं। कोई छात्र अपनी कॉपी मे शायरी तो कोई भगवान का नाम तो कोई 100, 500 के नोट रखकर परीक्षक को खुश करके अच्छे नंबर पाने कि कोशिश कर रहा है। ये नजारा सामने आया है यूपी के बुंदेलखंड के महोबा।
​उत्तर प्रदेश में शिक्षा भगवान भरोसे चल रही है। स्कूलों मे परीक्षा के दौरान नकल होती है तो परीक्षा​ के बाद कापियों मे अच्छे नंबर पाने के लिए रुपए पैसे रखे जाते हैं तो कोई अच्छे नंबर के लिए कापियों मे गरीबी का हवाला देते हैं। बुंदेलखंड के महोबा मे हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा की कपियाँ जाँचने के दौरान जाँचने वाले शिक्षकों को 50, 100 और 500 के नोट मिल रहे हैं। ऐसा वो छत्र कर रहे हैं जो पढ़ने मे कमजोर हैं और उनको लग रहा है कि वो फेल हो जाएंगे। लेकिन छात्रों को नही पता कि ऐसे मे वो अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।
ये नजारा है हमीरपुर का, जहाँ पर कॉपी जांचने का काम चल रहा है। कॉपी जांचने के दौरान कॉपियों से निकल रहे ये 100, 50 के नोट ये बताने के लिए काफी हैं की छात्र अपने भविष्य के प्रति कितने संवेदनहीन हैं। कॉपियों से रूपये निकने का सिलसिला सिर्फ हमीरपुर में नहीं है। महोबा में भी हाई स्कूल और इंटर मीडिएट की कॉपियों को जांचने का चल रहा है। हमने जब इस खबर की हकीकत जानने के लिए महोबा में एम् मूल्यांकन केंद्र पर पहुंचे तो वहां की तस्वीर भी चौकाने वाली थी। यहाँ भी इंटेमीडिएट के फिजिक्स की कॉपियों में नोटों का निकलना जारी था। मूल्यांकन करने वाले एक शिक्षक ने बताया की एक दिन पहले तो फिजिक्स की अलग अलग कॉपियों से 7500 रुपये निकले थे। लेकिन शायद छात्रों को ये नही पता की पैसा रखने या कॉपी में कोई नोट लिखने से मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को कोई फर्क नहीं पड़ता, हाँ शिक्षकों की जेबें जरूर भर्ती हैं।
ये पूरी खबर ये बताने के लिए काफी है की यूपी में शिक्षा का स्तर कितना गिर चुका है। लेकिन छात्रों द्वारा शिक्षा के प्रति ऐसी ही मानसिकता रही तो इसका प्रभाव आने वाले समय में होगा। यही वजह है की प्रतियोगी परीक्षाओं में छात्रों की सफलता का ग्राफ लगातार गिर रहा है।
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