इंदौर । पुलिस गुंडों के खिलाफ डंडे फटकार रही है और
गुंडे हैं कि बढ़ते ही जा रहे हैं। शहर में सालभर में 570 नए गुंडे बढ़ गए हैं। यानी
900 पुराने मिलाकर 1470 गुंडे गुंडागर्दी के लिए तैयार हैं। गुंडा अभियान के चलते
पुलिस ने नई सूची तैयार की तो यह सच सामने आया। चंदननगर, छत्रीपुरा, परदेसीपुरा और
रावजीबाजार ऐसे इलाके हैं जहां ज्यादा गुंडे हैं। शहर के 27 थानों की नई गुंडा फाइल पूर्व और पश्चिम एसपी ऑफिस
पहुंची है। एसपी पूर्व ओपी त्रिपाठी ने 170 और एसपी पश्चिम आबिद खान ने 400
बदमाशों को गुंडा लिस्ट में जोड़ा है। यह आंकड़ा मात्र 16 महीनों का है। अभी 120 से
ज्यादा बदमाश है गुंडों की कतार में हैं। ये नामजद गुंडे हैं। इसके अलावा कई
लुटेरे और चोर तो ऐसे हैं जो पुलिस के हाथ ही नहीं आए हैं। वे पुलिस की नाक के
नीचे वारदात करते हैं। जब भी शहर में क्राइम होता है तो पुलिस अफसर बहाना बनाते हैं
कि उनके पास बल की कमी है। शहर में साढ़े 4 हजार पुलिसकर्मियों का स्टाफ है और 1470
गुंडे। अर्थात एक गुंडे पर तीन पुलिसकर्मी। इसके बाद भी गुंडों पर लगाम नहीं लग
रही और उनकी तादात बढ़ रही है।
एसपी ओपी त्रिपाठी ने बताया कि चार या उससे अधिक संगीन अपराध
(हत्या, प्राणघातक
हमला, गुंडागर्दी, फिरौती, लूट आदि) करने वाला
गुंडा श्रेणी में आता है। इसमें वह अपराधी शामिल नहीं है जो पारिवारिक विवाद के
चलते क्राइम करता है। |