राष्ट्रीय (10/05/2015) 
मंत्री को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिला तो अधिकारियों पर कार्रवाई
शिवपुरी । प्रभारी मंत्री कुसुम महदेले को एक रात सरकारी सर्किट हाउस में वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिल पाया तो उन्होंने पीडब्ल्यूडी के दो उपयंत्रियों को निलंबित करने के साथ-साथ बिजली कंपनी के महाप्रबंधक से नोटिस जारी कर सेवा में कमी का कारण पूछ लिया।

मामला जिला योजना समिति की बैठक के सिलसिले में आईं प्रभारी मंत्री के सर्किट हाउस में ठहरने को लेकर है, जहां रातभर एसी खराब होने की वजह से मंत्री जी को गर्मी का सामना करना पड़ा। पीडब्ल्यूडी ने इसका ठीकरा बिजली कंपनी पर फा़ेडा और कहा कि लाइट नहीं आने की वजह से एसी नहीं चल सका। वहीं बिजली कंपनी ने यह कहते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया है कि एसी तो रातभर से नहीं चल रहा था, बिजली तो सुबह गुल हुई है।

7 मई को जिला योजना समिति की बैठक लेने पहुंचीं प्रभारी मत्री कुसम महदेले के ठहरने की व्यवस्था सर्किट हाउस में थी। सर्किट हाउस में प्रभारी मंत्री कुसुुम महदेले के कमरे का एसी नहीं चला। वहां के कर्मचारियों ने कहा कि इलाके में लाइट नहीं आ रही है।

इस पर प्रभारी मंत्री ने उन्हें जनरेटर या दूसरे वैकल्पिक साधनों का उपयोग करते हुए एसी चलाने को कहा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसलिए 9 मई को प्रभारी मंत्री ने पीडब्ल्यूडी के उपयंत्री केके श्रीवास्तव और दीपक बैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके अलावा बिजली कंपनी के एसई आरकेसिंह को कारण बताओ नोटिस देकर यह पूछा है कि किन कारणों की वजह से सर्किट हाउस में बिजली आपूर्ति 7 मई की रात नहीं हो पाई।

पीडब्ल्यूडी का कहना है कि सर्किट हाउस में 24 घंटे बिजली सप्लाई रहने के निर्देश बिजली विभाग को दिए गए हैं। यदि किसी कारण से तकनीकी फाल्ट आता भी है तो वैकल्पिक साधनों की व्यवस्था कर यहां पर बिजली आपूर्ति हर हाल में सप्लाई रखे जाने के निर्देश शासन ने दे रखे हैं। 7 मई की रात एसी नहीं चल सका, जिसका कोप भाजन अधिकारी, कर्मचारियों को भुगतना पड़ा।

मामले को लेकर प्रभारी मंत्री कुसुम महदेले ने कहा कि सर्किट हाउस में रातभर लाइट नहीं रही। एसी नहीं चल सका। इतनी गर्मी में मच्छरों ने परेशान किया, मैं रातभर सो नहीं सकी। तकनीकी खामियां हुई होंगी, इसमें कोई क्या कर सकता है, लेकिन सर्किट हाउस में अव्यवस्थाएं थीं।

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