रायगढ़ । शहर के एटीएम बूथों में कैश डालने के लिए अधिकृत
कंपनी सीएमएस अपनी टीम के साथ एसबीआई से 1 करोड़ 35 लाख रुपए लेकर निकली। शहर के
ढिमरापुर स्थित एटीएम में कैश भरने के दौरान ड्राइवर, तेल लेने के बहाने
गाड़ी को ले गया। पुराने कर्मचारी होने की वजह से अन्य कर्मचारियों ने उसपर
विश्वास में हामी भर दी। ऐसे में, ड्राइवर गाड़ी में रखे 1 करोड़ 7 लाख रुपए
लेकर फरार हो गया। काफी समय बीतने के बाद जब ड्राइवर नहीं आया तो उसके धोखाधड़ी का
एहसास कंपनी कर्मचारियों को हुआ। कंपनी कर्मचारी व गार्ड के बयान पर कोतवाली पुलिस, नाकेबंदी कर आरोपी
ड्राइवर की पतासाजी कर रही है। एटीएम बूथों को संचालित करने वाली आउट सोर्सिंग कंपनी सीएमएस
हमेशा की तरह सोमवार को भी गांधीगंज एसबीआई से 1 करोड़ 35 लाख रुपए लेकर निकली।
किराए की स्कार्पियो क्रमांक सीजी 13 सी 6341 में कंपनी के कैश डालने वाले
कर्मचारी इंद्रजीत साव, विनोद निषाद, गार्ड रामबाबू पांडे व ड्राइवर शशि टंडन
मौजूद थे। जो शहर के एटीएम बूथों में कैश डालने के लिए निकले। इस क्रम में कंपनी कर्मचारी ढिमरापुर स्थित आईएनजी बैंक के
एटीएम में 28 लाख रुपए डाल रहे थे। उस समय गाड़ी में सिर्फ ड्राइवर शशि टंडन था।
कैश डालने में व्यस्त कर्मचारी व गार्ड को देख ड्राइवर शशि ने गाड़ी में तेल लेने
की बात कही। पुराना ड्राइवर होने के नाते कंपनी के कर्मचारियों ने भी सहमति भर दी। करीब 20 मिनट बाद कंपनी कर्मचारी जब कैश डाल कर फुर्सत में
हुए उस समय तक ड्राइवर गाड़ी लेकर नहीं लौटा था। इससे उन्हें अनहोनी की भनक लगी।
वहीं ड्राइवर का फोन भी रिसीव नहीं हो रहा था। ऐसे में, कंपनी कर्मचारियों
ने इसकी सूचना आला अधिकारी व पुलिस को दी। पुलिस तत्काल घटना स्थल पर पहुंच मामले
की जांच में लग गई। पुलिस ने दोनों कस्टडियन व गार्ड के बयान पर बलौदा बाजार
निवासी आरोपी ड्राइवर की पतासाजी में जुट गई है। ड्राइवर द्वारा 1 करोड़ 7 लाख रुपए लेकर फरार होने की घटना के
बाद आनन-फानन में नाकेबंदी कर वाहनों की जांच की गई। वहीं जिले के सीमावर्ती
रास्तों को सील कर दिया गया है। |