राष्ट्रीय (15/06/2015) 
रेवाड़ी में कानून व्यवस्था चौपट
अपराधियों के हौंसले हुए बुलंद
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गश्त के दौरान सिपाही पर किया जानलेवा हमला
झोटा गैंग के 5 साथियों ने दिया वारदात को अंजाम
घायल सिपाही गंभीर हालत में ट्रामा सैंटर में भर्ती

रेवाड़ी । रेवाड़ी में कानून व्यवस्था का एक तरह से दीवाला ही पिट गया है। यहां आम नागरिक को तो छोडि़ए अब पुलिस भी सुरक्षित नहीं है। इसका ताजा उदाहरण बीती देर रात देखने को मिला जब झोटा गैंग के सदस्यों ने रेलवे रोड पर गश्त कर रहे एक पुलिसकर्मी पर लाठी व डंडों से जानलेवा हमला कर दिया और पुलिसकर्मी को अधमरा छोडक़र मौके से फरार हो गए।
जी हां, रेवाड़ी में अब पुलिस भी सुरक्षित नहीं रह गई है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि अब पुलिस प्रशासन ही इस बात को मानने लगा है कि अपराधी अपना दबदबा कायम करने के लिए अब पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट पर उतारू हो गए हैं। बीती देर रात रेवाड़ी शहर की गोकल गेट पुलिस चौकी में तैनात हैड कांस्टेबल दलीप कुमार होमगार्ड प्रदीप के साथ रेलवे रोड पर गश्त कर रहा था कि अचानक दो बाइकों पर 5 बदमाशों को जब जाते देखा तो उसने उन्हें रूकवा लिया तथा पूछताछ करनी शुरू कर दी। तभी सभी बदमाशों ने हैड कांस्टेबल पर लाठी व डंडों से हमला बोल दिया और देखते ही देखते बदमाशों ने पुलिसकर्मी को अधमरा कर दिया और वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए। साथ होमगार्ड ने घटना की सूचना तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को दी। देर रात पुलिस के आला अधिकारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घायल पुलिसकर्मी को तुरंत ट्रामा सैंटर में भर्ती कराया। 
इस मामले में पुलिस का कहना है कि सभी आरोपी झोटा गैंग के सदस्य हैं और सभी पर संगीन धाराओं के तहत केस दर्ज हैं। पुलिस ने अर्जुन उर्फ मिक्का, हेमंत सोनी, हिमांशु, दिनेश उर्फ बाबा खान व रवि उर्फ गिलहरी के खिलाफ हत्या का प्रयास सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि बदमाश अपनी गैंग का सिक्का जमाने के लिए अब पुलिस को ही निशाना बनाने लगे हैं। मगर पुलिस की नाकामी देखिए कि खुद पुलिसकर्मी की पिटाई के बावजूद विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है और घटना को 18 घंटे बीतने के बावजूद अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। ऐसे में सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि रेवाड़ी पुलिस अपराध रोकने में कितनी संजीदा है। 
आपको बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी अपराधी पुलिसकर्मियों को अपना निशाना बना चुके हैं। इसी गैंग ने एक थाना प्रबंधक को सरेबाजार सडक़ पर पटक-पटक कर पीटा था। उसके बाद से इस गैंग के हौंसले बुलंद हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में कितना वक्त लेती है या फिर इसी तरह पुलिस पर हमले होते रहेंगे।
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