राष्ट्रीय (01/07/2015) 
दबंगों ने तोड़े हाथ पैर,मौत
फतेहपुर के हथगांव थाने के मंगरेमऊ गांव के रहने वाले एक व्यकित की गांव के ही कुछ दबंगों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था जिसकी जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मरने से पहले उसने पुलिस पर दबंगों से रिश्वत लेकर कार्यवाही न करने का आरोप लगाया। अब पुलिस का कहना है कि आरोप तो लगते ही रहते है,
फतेहपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है। हथगांव थाने के मंगरेमऊ गांव के रहने वाले लाल मियां का गांव के ही कुछ दबंगों के साथ प्रधानी के चुनाव की रंजिश चल रही थी। दोनों के वर्चस्व की लड़ाई पुलिस को भी पता थी। कई बार लाल मियां ने पुलिस को शिकायत किया था लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते आरोपियों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। 5 जून 2015 को लाल मियां के भतीजे वलीम पर इन्हीं दबंगों ने गोरी बारी करके वार किया लेकिन वलीम बच गया। इसके बाद कई बार हथगांव थाने जाकर लाल मियां ने शिकायत किया लेकिन थानाध्यक्ष ने उनकी एक न सुनी। कल यानि 29 जून को जब लाल मियां अपने भतीजे कलीम के साथ सपा जिलाध्यक्ष से मिलकर वापस गांव जा रहे थे तो दबंगों ने उन पर लाठी डंडों और हथौड़े से हमला कर दिया। जिस पर कलीम जो चश्मदीद था उसने बताया कि वो किसी तरह भागने में कामयाब हो लेकिन उसके चाचा लाल मियां पर दबंग कहर बनकर टूट पड़े और उन्हें अधमरा कर दिया। और भाग खड़े हुए वहीं जिला अस्पताल में लाल मियां ने मरने से पहले खुद बयान दिया कि पुलिस दबंगों से मिलकर उनसे पैसे ले चुकी है और कार्यवाही नहीं कर रही है। वहीं कलीम ने बताया कि अब थानाध्यक्ष मनीष पांडेय को वहां से हटाया जाये नही ंतो दबंग उसकी भी हत्या करा देगें। अब इन हालातों में साफ है कि उत्तर प्रदेश पुलिस किस हद तक गिर सकती है ये इस घटना पुलिस की पोल खोलती साफ दिख रही है। वहीं हथगांव के सब इंस्पेक्टर गोविंद देव मिश्रा की मानें तो इन दोनों पक्ष में वर्चस्व की लड़ाई काफी दिनों से चल रही है पहले भी घटनाये घट चुकी है और कल भी जो हुआ वो भी वर्चस्व की लड़ाई के चलते हुए हुआ। जब उनसे ये पूंछा गया कि पुलिस पर लापरवाही का आरोप है तो उनका कहना था कि आरोप तो लगते ही रहते है। इन हालातों में जब अब सत्ता पक्ष के लोग सुरक्षित नहीं है तो फिर आम जनता का क्या होगा पता नहीं क्योंकि लाल मियां सपा का कार्यकर्ता था। 
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