राष्ट्रीय (02/07/2015) 
अधेड़ उम्र के व्यक्तियों को जाल में फंसा करती थी ठगी,
कैथल:- प्रतिष्ठित अधेड़ व्यक्तियों को लड़की के जाल में फांसकर ब्लैकमेल करते हुए लाखों रुपए हड़पने के मामले में पुलिस रिमांड दौरान सिविल लाईन पुलिस ने एक महिला के कब्जा से 5250 रुपए नगदी बरामद कर ली। दो अन्य महिलाओं से 10 हजार रुपए व पुरुष आरोपी से 40 हजार रुपए तथा वारदात में प्रयुक्त गाड़ी पहले ही बरामद की जा चुकी है, जबकि गिरोह सरगना समेत 2 अन्य की तलाश की जा रही है। दो अन्य मामलों में वांछित महिला को अदालत की ईजाजत से 30 जून को राजौंद पुलिस के एसएचओ सबइंस्पेक्टर सुभाष श्योकंद नें जांच में शामिल करते हुए बुद्धवार को न्यायालय से 3 जुलाई तक 2 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। पुलिस अधीक्षक कृष्ण मुरारी ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना सिविल लाईन एसएचओ इंस्पेक्टर अशोक कुमार द्वारा आरोपी महिला मंजीत कौर वासी सेरधा को गिरफ्तार कर अदालत से 1 जुलाई तक 2 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया। महिला के कब्जा से 5250 रुपए नगदी बरामद कर ली गई है। व्यापक जानकारी देते हुए एसपी ने बताया सौंगरी वासी विवाहित महिला ज्योती ने बेरोजगार युवक युवतियों को सक्षम बनाने हेतू कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण तहत 2012 में कैथल से डायरी फाॄमग का प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद महिला व उसके पति का कार्यालय में आना जाना शुरु हो गया। 8 अप्रैल की शाम जब वहां का प्रमुख बाथरुम से स्नान करके निकला तो होस्टल में वही सौंगरी वासी विवाहिता बैठी मिली, तो उसने गैर समय अकेले आने का कारण पुछा। महिला ने कहा कि उसका पति भी 2मिट में आने वाला है। तभी उसके पति अंदर आकर गाली-गलौच करने लगा तथा छेडछाड का आरोप लगया तो बाहर इसी गिरोह के अन्य व्यक्ति ईक_े हो गये, तथा जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। अगले दिन एडवोकेट जे पी ढुल का फोन आया कि समझौता करना है तो उसके पास आ जाओ। सभी आरोपी 20 लाख की मांग करने लगे, परंतु 10 अप्रैल को उन्होंनें जींद रोड़ पीजीआई के नजदीक 5 लाख रुपए लेकर कथित समझौता कर लिया। एसपी ने बताया इस मामले में गिरफ्तार किए जा चुके आरोपी राजेंद्र वासी रोहेड़ा से 40 हजार रुपए तथा वारदात में प्रयुक्त गाड़ी, आरोपी ज्योती वासी सौंगरी व शीला वासी अर्जुन नगर से 5-5 हजार रुपए नगदी बरामद की जा चुकी है, जबकि आरोपी महिला शीला से एक अवैध देशी पिस्तौल वजिदा कारतूस भी बरामद हुआ था। एसएचओ राजौंद की टीम वारदात में लिप्त अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है। बता दें कि कैथल वासी एक व्यवसायी की करीयाना दुकान पर मंजीत कौर का आना जाना था, जिसके साथ एक दिन एक युवती आई, जिसकी मंजीत ने सिफारिश की, कि यदि कभी इसको जरुरत पड़े तो मदद करना। बाद में वह लड़की एक दो बार दुकान पर आई तथा दुकान वर्कर से दुकानदार का मोबाईल नम्बर ले गई। 12 जनवरी 2014 को उसी युवती ने फोन करके दुकानदार को राजौंद बुला लिया, कि उसे चंडीगढ़ हैफेड कार्यालय में इंट्रव्यू के लिए जाना है, आप साथ चलकर मदद करो। कैथल तक गाड़ी में आते-आते उसकी हरकतें देखकर दुकानदार ने उसको कैथल ही छोड दिया। दो दिन बाद 14 जनवरी को उसके पास फोन आया कि मैं लडकी का चाचा बोल रहा हू, आपने उसकी भतिजी के साथ बंदूक की नोक पर दुष्कर्म किया है, तथा गिरोह के सदस्यों ने ब्लैकमेल करते हुए उससे 2 लाख 50 हजार रुपए ऐंठ लिए।
राजकुमार अग्रवाल
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