राष्ट्रीय (16/07/2015) 
अस्पतालों को स्वच्छ बनाने के लिए होगी 'कायाकल्प' की शुरुआत

स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रदेश के अस्पतालों को स्वच्छता से जोडने के लिए हरियाणा के  सरकारी अस्पतालों में 'कायाकल्प' नामक कार्यक्रम की शुरूआत की जाएगी। सभी मानकों पर खरा उतरने वाले जिला अस्पताल को 50 लाख रुपये का प्रथम तथा 20 लाख रुपये द्वितीय पुरस्कार दिया जाएगा।

        यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आर आर जोवल ने आज यहां प्रदेश के सभी जिला सर्जनस, निदेशक तथा उच्च अधिकारियों की बैठक में दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के निर्देश पर आयोजित इस बैठक में प्रदेश के सरकारी अस्पतालों को स्वच्छता के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसके लिए अस्पतालों में 'कायाकल्प' नामक कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। इसके तहत प्रथम स्थान पर रहने वाले जिला अस्पताल को 50 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।

        जोवल ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित इस योजना को सभी जिला अस्पतालों में शीघ्र शुरू किया जाएगा। इस कार्यक्रम की सफलता के लिए यर्थाथ मूल्यांकन मानदंड तैयार किया गया है, जिसपर खरा उतरने वाले जिला अस्पताल को उक्त पुरस्कार राशि से सम्मानित किया जाएगा। इस नई शुरूआत के तहत बड़े राज्य में  दूसरे स्थान पर रहने वाले जिला अस्पताल को 20 लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। इसके अलावा, उक्त मानदंड में 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले अस्पताल को 3 लाख रुपये का नकद प्रोत्साहन दिया जाएगा।

       जोवल ने बताया कि हरियाणा छोटे राज्यों की श्रेणी में आता है, इसलिए इसमें केवल एक ही पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सीएचसी या एसडीएच को 15 लाख तथा दूसरे स्थान पर रहने वाले अस्पताल को 10 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। प्रत्येक जिले में स्वस्छता व अन्य क्रियाक्लापों में प्रथम रहने वाले उत्कृष्ट पीएचसी को 2 लाख रुपये का पुरस्कार दिये जाएंगे। इनके अलावा, सीएचसी या एसडीएच अस्पतालों को प्रोत्साहन राशि के तौर पर एक लाख तथा पीएचसी को 50 हजार रुपये दिये जाएंगे।

        प्रधान सचिव ने बताया कि प्रदेश में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए कायाकल्प को प्राथमिकता के आधार पर शुरू किया जाएगा, जिसके बाद सभी जिला अस्पतालों को स्वच्छता अभियान से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी अस्पतालों को केन्द्र सरकार के मानदंड के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिये जा रहे हैं। अगले वर्ष से इस कार्यक्रम का विस्तार राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक किया जाएगा। 

       जोवल ने कहा कि केन्द्र सरकार के स्वच्छता संबंधी तय मानकों में अस्पताल के आसपास की सफाई, साफ-सुथरी नालियां, भवन का उचित रखरखाव,  अपशिष्ट पदार्थों की समुचित निकासी, बॉयोमेडिकल वेस्ट का उचित प्रबन्धन, संक्रमण नियंत्रण की मजबूत व्यवस्था तथा प्रसूति कक्षों को आरोग्यकर बनाने सहित अन्य सुविधाओं को जनप्रिय बनाना शामिल किया गया है। इस कार्यक्रम में अस्पतालों को साफ-सुथरा रखने के अलावा रोगियों व जनता के साथ अच्छा व्यवहार तथा अस्पतालों में कार्यरत सभी कर्मचारियों व अधिकारियों के काम करने के तरीके में सकारात्मक बदलाव को भी जोड़ा गया है।

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