राष्ट्रीय (27/02/2016) 
एसपी कैथल व एसएचओ पूंडरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए-व्यापारी
कैथल:  व्यापार संगठनों की बैठक पेहवा चौंक पर सुरेंद्र के प्रतिष्ठान पर हुई। जिसकी अध्यक्षता संगठनों के प्रधान योगेश उप्पल, हरीश लाल व रामरूप परजापत ने की। व्यापारियों ने जाट आंदोलन के दौरान शहर में हुई उपद्रविता में पुलिस की भूमिका को लेकर रोष प्रकट किया गया। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम भेजी शिकायत में पुलिस अधीक्षक कैथल कृष्ण मुरारी, थाना एसएचओ पूंडरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई और अन्य पुलिस कर्मचारियों की भी उस दौरान की काल डिटेल निकलवाने की मांग की। व्यापारियों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि उस जातिय अहिंसा में कई लोगों का तो रोजगार बुरी तरह खत्म हो गया और काफी व्यापारियों के साथ लूटपाट हुई। जिसकी दहशत आज तक भी लोगों के दिमाग में से निकल नहीं रही है। पूंडरी में हुई तोडफ़ोड़ और आगजनी के पीछे पुलिस के लोगों की बहुत बड़ी भूमिका रही, अगर पुलिस चाहती तो उपद्रव को समय पर रोका जा सकता था।मूक दर्शक बनी खड़ी रही पुलिस। पारियों ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि एक बार नहीं कई बार पुलिस की मौजूदगी में उपद्रवी उत्पात मचाते रहे और पुलिस कर्मचारी खड़े तमाशा देखते रहे या फिर आगे वो लोग तोडफ़ोड़ व लूट पाट करते हुए जा रहे थे और पीछे-पीछे पुलिस कर्मचारी जैसे उन्हें सुरक्षा प्रदान कर रहे हो जा रहे थे। जब व्यापारियों और शहर के लोगों ने उन्हें खदेडऩे की कोशिश की तो उस समय पुलिस हरकत में आई वो भी जातिय अहिंसा फैलाने वालों के खिलाफ नहीं बल्कि जो लोग उन्हें ऐसा करने से रोक रहे थे। उन्हें ही भगाने का काम किया। बाक्स कई बार किया एसपी को फोन। संगठन प्रधानों ने बताया कि जब शहर में लूटपाट और आगजनी का तांडव हो रहा था। उस समय एसपी को कई बार फोन किया गया और एसपी ने या तो फोन उठाया ही नहीं और उठाया तो उनकी कोई सुनवाई नहीं की। पूंडरी शहर के अंदर जो कुछ भी हुआ वह नहीं होना था अगर पुलिस सुरक्षा करती तो। व्यापारियों ने कहा कि अगर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे मुख्यमंत्री से चंडीगढ़ में भी मिलकर अवगत करवाएंगे।  बाक्स व्यापारियों को दी जा रही है देख लेने की धमकी। 
बैठक में इस बात को लेकर भी रोष प्रकट किया गया कि अब उनकी आवाज को भी बदमाशों द्वारा धमकी देकर दबाने की कोशिश की जा रही है। व्यापारियों ने कहा कि अब वो न्याय मिलने तक चुप नहीं बैठेंगे और अगर किसी भी व्यापारी के साथ कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी। बैठक में कृष्ण कुमार सैनी, राकेश कुमार, अमित कुमार, ओमप्रकाश, कुलवंत सिंह, जयकिशन, बलबीर सिंह, बलबीर सिंह व जिले सिंह भी मौजूद थे।27 पीयूएन 03बैठक में पुलिस के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए व्यापारी।  आंदोलन की गाज गिरी थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया
राजकुमार अग्रवाल 
समाचार वार्ता 
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