राष्ट्रीय (28/02/2016) 
भारतीय सिनेमाई विरासत को बचाने की पहल में जुड़े अमिताभ और नसीरुद्दीन
भारतीय सिनेमा हमारे देश की पूंजी है। इस विरासत को आनेवाली पीढ़ी के लिए बचाए रखना सिनेमा जगत के अधिकारीयों का फ़र्ज़ है। इसी बात को नज़र रखते हुए हाल ही में पुणे के 'नेशनल फिल्म अर्काइव ऑफ़ इंडिया' में 'फिल्म प्रिजर्वेशन और रेस्टोरेशन' का वर्कशॉप रखा गया है।  इस खास मौके पर भारतीय सिनेमा के बेमिसाल कलाकार नसीरुद्दीन शाह ने इस वर्कशॉप का उद्घाटन किया। इस उद्घाटन में  फिल्म निर्माता और आर्किविस्ट  श्री शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर और अध्यक्ष सीआईआई राष्ट्रीय समिति पर मीडिया और मनोरंजन और वायकॉम 18 मीडिया ग्रुप के सीईओ सुधांशु वत्स ने भारत की समृद्ध विरासत के संरक्षण की आवश्यकता के बारे में दर्शकों को संबोधित किया।
दुर्भाग्यवश इस  समारोह में मौजूद न रहने के कारण इस वर्कशॉप का समर्थन करते हुए महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा है 'फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के ब्रांड अंबैस्डर होने के नाते मुझे बेहद ख़ुशी हुए जब शहीवेन्द्र सिंह डूंगरपुर ने बताया की फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और नेशनल फिल्म अर्काइव एकत्र होकर 'फिल्म प्रिजर्वेशन एंड रेस्ट्रोरेशन वर्कशॉप' आयोजित करने जा रहे है। भारतीय सिनेमाई विरासत को बचाए रखने के लिए बहुत ही अच्छी सजेदारी है। पिछले साल मुझे इस 'फिल्म प्रिजर्वेशन एंड रेस्ट्रोरेशन वर्कशॉप' के लिए मुख्या अतिथि के रूप में बुलाया गया था। मेरा मानना है इस पहल को इंडस्ट्री के सभी सदस्यों को समर्थन देना चाहिए। हम अपने काम के सर्जक हैं, लेकिन हमें अपने काम का सम्मान भी करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए की यह समृद्धि के लिए बचा रहे। मै 'फिल्म हैरिटेज फाउंडेशन' और 'नेशनल फिल्म अर्काइव ऑफ़ इंडिया' के इस पहल के सजेदारी के लिए ढेर साड़ी शुभ कामनाएं देता हूँ।'
दुर्भाग्यवश इस  समारोह में मौजूद न रहने के कारण इस वर्कशॉप का समर्थन करते हुए महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा है 'फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के ब्रांड अंबैस्डर होने के नाते मुझे बेहद ख़ुशी हुए जब शहीवेन्द्र सिंह डूंगरपुर ने बताया की फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और नेशनल फिल्म अर्काइव एकत्र होकर 'फिल्म प्रिजर्वेशन एंड रेस्ट्रोरेशन वर्कशॉप' आयोजित करने जा रहे है। भारतीय सिनेमाई विरासत को बचाए रखने के लिए बहुत ही अच्छी सजेदारी है। पिछले साल मुझे इस 'फिल्म प्रिजर्वेशन एंड रेस्ट्रोरेशन वर्कशॉप' के लिए मुख्या अतिथि के रूप में बुलाया गया था। मेरा मानना है इस पहल को इंडस्ट्री के सभी सदस्यों को समर्थन देना चाहिए। हम अपने काम के सर्जक हैं, लेकिन हमें अपने काम का सम्मान भी करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए की यह समृद्धि के लिए बचा रहे। मै 'फिल्म हैरिटेज फाउंडेशन' और 'नेशनल फिल्म अर्काइव ऑफ़ इंडिया' के इस पहल के सजेदारी के लिए ढेर साड़ी शुभ कामनाएं देता हूँ।'
-प्रेमबाबू शर्मा​
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