राष्ट्रीय (01/03/2016) 
प्रथम दिवस हुआ 21 लाख पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण
सिवनी। शिवावतार धर्मसम्राट जगतगुरू शंकराचार्य जी महाराज की अवतरण स्थली दिघौरी में हरिहर महोत्सव के चलते 21 लाख पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण पूरी श्रद्धा के साथ आरंभ हुआ। हिंगलाज सेना की राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मीमणी शास्त्री के मार्गदर्शन में ग्राम गरठिया, छुआई, पुसेरा, टिकारी एवं गंगई से आये हजारों महिला-पुरूषों ने प्रातः 8 बजे से ही मां बैनगंगा की पावन मृदा का उपयोग कर शिवलिंग निर्माण आरंभ किया। ज्ञात रहे कि इस दौरान हिंगलाज सेना छत्तीसगढ से भी बडी संख्या में गुरूभक्तों ने पहुंचकर शिवलिंग 
निर्माण में अपनी सहभागिता दी।
एक मार्च से आरंभ हुआ यह आयोजन आगामी 7 मार्च महाशिवरात्रि पर्व तक आरंभ रहेगा, जहां कुल सवा करोड पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण गुरूभक्तों के द्वारा किया जाना है। विपरीत मौसम और बारिश के बावजूद भी गुरूधाम दिघौरी में भक्तों का तांता लगा रहा। पूर्व निर्धारित कार्य क्रम के अनुसार दोपहर 2 बजे से मंदिर परिसर में ही भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ भी हुआ। जहां व्यासपीठ पंडित रविशंकर शास्त्री द्वारा उपस्थित जनों को गीता के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
पूज्य जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वारूपानंद जी सरस्वती महाराज के कर कमलो से जहां प्रतिष्ठित विश्व प्रसिद्घ स्फटिक शिवलिंग गुरू रत्नेष्वर महादेव हो ऐसी पावन धरा का हर कंकंर शंकर के समान वंदनीय व पूज्य है। 
गुरूधाम दिघौरी जहां की रज को समस्त सनातन धर्मी अपने माथे पर धारण कर अपने जीवन को धन्य मानते है, ऐसी पावन पुण्य धरा पर  सवा करोड शिवलिंग निर्माण का भव्य आयोजन होने जा रहा है यह अपने आप में ऐतिहासिक ओर विलक्षण होगा जहां महाराज के पावन संनिद्घ मे हरिकथा और शिवलिंग निर्माण हरि ओर हर के परम मिलन का साक्षाी हरिहर महोत्सव होने जा रहा है।

विशाल भंडारा
पूज्य शंकराचार्य जी की जन्म स्थल दिघौरी में हो रहे इस विशेष आयोजन को लेकर गुरूभक्तों में उत्साह देखते ही बन रहा है। इसी कडी में आज ग्राम घोटी के निवासियों द्वारा स्वपेरणा से पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में पहुंचे हजारों महिला-पुरूष श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया।

4 मार्च को होगा शंकराचार्य जी का आगमन
गुरूधाम दिघौरी में हरिहर महोत्सव के आयोजन के चलते आगामी 4 मार्च को परमपूज्य जगद्गुरू स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज का आगमन होगा। जहां इस आयोजन में शंकराचार्य जी के भक्तों को दर्शन लाभ के साथ-साथ प्रवचन का लाभ मिल सकेगा। आयोज समिति ने इस दौरान समस्त जिलेवासियों, धर्मप्रेमियों, अनुयाईयों व भक्तों से उपस्थित होकर धर्मलाभ उठाने की अपील की है।
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