राष्ट्रीय (08/03/2016) 
मासूम बच्चियों को चुरा कर भाग रहा था, पकड़ा
नई दिल्ली :- राजधानी में मासूम बच्चों को अब गली मुहल्लों में निकलना भी खतरे से खाली नहीं है। बच्चा चोर हर समय उनकी ताक में लगे हैं और मौका पाते ही उन्हें चुराने से नहीं चूकते। ताजा मामला पुरानी दिल्ली के शाहगंज इलाके का है, जहां बच्चा चोर गिरोह के तीन सदस्य 5-6 साल की दो मासूम बच्चियों को चुरा कर भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन समय रहते उसके घर वालों की नजर पड़ गई और दो आरोपियों को स्थानीय लोगों ने दबोच लिया जबकि एक भागने में फरार हो गया।
जानकारी के मुताबिक शाहगंज निवासी मकसूद अहमद की लगभग 5 और 6 साल की दो बच्चियां रविवार रात लगभग 9 बजे रोटी लेने घर के पास की एक दुकान पर गई थी। घर की छत से उनकी बड़ी बहन उन्हें देख रही थी, इसी दौरान तीन लोगों ने बच्चियों का हाथ पकड़ कर भागने की कोशिश की, जिसे देखकर छत पर खड़ी बच्चियों की बड़ी बहन शोर मचाया। हंगामा सुनकर स्थानीय लोगों ने भाग रहे आरोपियों को दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया। बच्ची के पिता के मुताबिक जब वह हौज काजी थाने गए ते पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज करने से मना कर दिया। उनके मुताबिक पुलिस ने कहा कि आरोपी नशेड़ी हैं, इन्हें थाने में रखने में खतरा है क्योंकि यह मर भी सकते हैं। पुलिस की आनाकानी के बाद स्थानीय लोगों ने थाने के बाहर जमकर हंगामा किया जिसके बाद एआईएमआईएम के नेता और वार्ड 83 के अध्यक्ष मोहम्मद मुर्सलीन और पार्टी कार्यकर्कताओं के हस्तक्षेप के बाद पुलिस मामला दर्ज करने पर राजी हुई।
दूसरी तरफ पुलिस के आलाअधिकारी की कुछ और ही दलील है। वह इसे मामली घटना बता रहा हैं। उनका कहना है कि यह छेड़छाड़ का मामला है, जिसे सुलझा दिया गया है।
थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप
इस मामले के सामने आने के बाद हौज काजी के थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। एआईएमआईएम नेता मोहम्मद मुर्सलीन के मुताबिक इससे पहले भी क्षेत्र में बच्चो चोर पकड़े गए थे और उस समय भी थाना प्रभारी ने मामला दर्ज करने से मना किया था। इस बार भी वह ऐसा ही कर रहेव हैं, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न चिंन्ह लगता है। एक तरफ पुलिस महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा की बात करती है और दूसरी तरफ पुलिस के अधिकारी बच्चा चोरी जैसे गंभीर मामले में लापरवाही से काम लेते हैं और उसे दर्ज करने में टालमटोल करते हैं।
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