राष्ट्रीय (10/03/2016) 
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहा परिवार, विभाग ने नही ली कोई सूध
स्योहारा थाना के अंतर्गत आने वाले गाँवों में एक गाँव रहटौली भी है। जहाँ एक परिवार आज भी सरकार द्वारा मिलने वाली मूलभुत सुविधाओं से वंचित है। जैसे तैसे करके अपने परिवार का लालन पोषण करने पर मजबूर है। परिवार को खाने तक के लाले पड़े हैं। परिवार के मुखिया मोमिन जो पिछले साल अल्लाह को प्यारे हो गये है। मोमिन की पत्नी रोशन जहाँ का कहना है कि उनके पति के अन्धे होने पर भी किसी जनप्रतिनिधि या समाजसेवी ने इस परिवार पर कोई ध्यान नही दिया। लगभग 20 वर्षो से हम ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी से मकान बनवाने की गुहार लगा रहे हैं। गुहार के बावजूद प्रधान, जनप्रतिनिधि व समाजसेवियो ने इस और कोई ध्यान नही दिया। परिवार की मुखिया का कहना है कि मेरी दो बेटियां जिनकी आयु लगभग 18 और 17 वर्ष है। आरोप है कि बेटियों की शादी करने के लिये भी कोई पाई पैसा नही है। घर की मुखिया मांग कर अपने परिवार की गुजर बसर करती है। साथ ही रोशन जहां का कहना है कि पति की मृत्यु होने के पश्चात ग्राम प्रधान व रोजगार सेवक से मृत्यु का प्रमाण पत्र बनवाने हेतु कई बार प्रार्थना की लेकिन उन्होंने भी इस और कोई कार्यवाई नही की। आरोप है कि पूर्व ग्राम प्रधानो से जब भी मकान बनवाने के लिये कहा गया तो उन्हों ने 20 से 25 हजार रुपये की मांग की। परिवार के पास पैसे न होने के कारण कोई लाभ नही मिल सका। ग्रामीण नसीम बाबु, नईम मलिक, मुजक्किर मलिक, मंसूर अंसारी, रमजानी खां, शरीफ़ अहमद, मौहम्मद जाहिद आदि लौगो का कहना है कि इस परिवार की मौजूदा स्थिति जो वर्तमान में विकट बनी हुई है। साथ ही इस परिवार की मुखिया रोशन जहां रोजगार सेवक व ग्राम प्रधान से लम्बे समय से मनरेगा के अनतर्गत जांब कार्ड बनवाने के लिये मांग करते आ रहे हैं। साथ ही उक्त परिवार का श्रम विभाग के अनतर्गत मिलने वाली योजनाओ से भी वंचित किया जा रहा है। परिवार के घर पर छप्पर पड़ा हुआ है। वर्षा होने पर यह घर तालाब में तब्दील हो जाता है। जिस कारण घर में रखा सामान नष्ट हो जाता है। क्षेत्र के तमाम ग्रामीणो ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भेज कर मामले की जांच कर कार्यवाई की मांग की। उधर एडीओ कामेंद्र पाल सिंह का कहना है कि मामले की शीघ्र जांच कराकर कार्यवाई की जायेगी।
बाबू अंसारी
Copyright @ 2019.