राष्ट्रीय (12/03/2016) 
प्रभु दर्शन के लिए आध्यात्मिक शिक्षक की आवश्यकता : संत राजिंदर दास
-प्रवचनों से पूर्व आयोजित रक्तदान शिविर में 260 रक्तदाताआें ने किया रक्तदान
-कार्यक्रम में 1000 से अधिक नए जिज्ञासुआें ने लिया नामदान

कैथल :- सावन कृपाल रुहानी मिशन के अध्यक्ष संत राजिंदर दास महाराज ने हुडा सैक्टर-19 मिनी सचिवालय के नजदीक ग्राउंड में आयोजित विशाल सत्संग-प्रवचन कार्यक्रम में प्रवचनों की अमृतवर्षा करते हुए हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात सहित विदेशों से आए हजारों जिज्ञासुआें का ज्ञान व अध्यात्म का मार्ग प्रशस्त किया। बाल सत्संग के बच्चों द्वारा मधुर स्वागत-गान व माता रीटा जी की संतों की वाणी के भावपूर्ण शबद का गायन भी हुआ।
संत राजिंदर दास जी महाराज ने अपने प्रेरक सत्संग में समझाया कि आध्यात्मिक मार्ग पर एक पूर्ण महापुरुष की बहुत अधिक महत्ता व आवश्यकता होती है। इस भौतिक दुनिया के किसी भी विषय का ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमें एक शिक्षक की जरूरत होती है, उसी प्रकार प्रभु का ज्ञान प्राप्त करने के लिए तथा उनमें लीन होने की विधि सीखने के लिए भी हमें एक आध्यात्मिक शिक्षक या गुरु की आवश्यकता होती है। प्रभु का अनुभव करने के लिए तथा उनमें एकमिक होने के लिए हमें अंदरुनी यात्रा पर जाना होता है। आध्यात्मिक मंडलों की इस आंतरिक यात्रा में हमें सहायता व मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। एक पूर्ण सतगुरु  इस यात्रा पर ले जाने में तथा रुहानी मंडलों में मार्गदर्शन प्रदान करने में समक्ष होते है। उन्हें प्रभु द्वारा ही इस संसार में भेज जाता है, ताकि वे प्रभु से बिछुड़ी हुई आत्माआें को वापस उनके सच्चे घर पहुंचाकर परमात्मा में लीन करवा सकें। उन्होंने श्रद्धालुआें को प्रभु के प्रेम का अनुभव कराने के कई उपाए बताएं। उन्होंने कहा कि प्रभु ने सृष्टि रची है और उसी के नूर से सभी को उपजा है। उन्होंने कहा कि संत कृपाल सिंह जी महाराज ने इसी भाव से प्रेरित एक बनो, नेक बनो का संदेश दिया। इसके बाद संत संत  राजिंदर   दास जी महाराज ने नामदान अथवा आध्यात्मिक दीक्षा प्रदान कर 1000 से अधिक नए जिज्ञासुआें को प्रभु की दिव्य ज्योति व श्रुति के साथ जोड़ दिया। सत्संग प्रवचन का आनंद लेने के लिए पहुंचे गणमान्य व्यक्तियों में मुख्यमंत्री हरियाणा के प्रतिनिधि जगदीश चोपड़ा, जस्टिस केसी गुप्ता, विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला, पानीपत की विधायक रोहिला कुमारी, समाजसेवी कैलाश भगत सहित कृपाल आश्रम कैथल के प्रधान मा. कृष्ण आहुजा, सचिव राम मदान, कार्यक्रम संयोजक राकेश सरदाना के साथ अशोक भारती, महेंद्र खन्ना, सुभाष चुघ व अन्य सेवादार मौजूद थे।
(राजकुमार अग्रवाल)
Copyright @ 2019.