राष्ट्रीय (25/04/2010) 
फोन टैपिंग मसले पर विपक्षी पार्टियों ने सरकार की निंदा की
नई दिल्ली 25 अप्रैल। प्रमुख नेताओं के टेप के मसले पर विपक्षी पार्टियों ने सरकार की निंदा करते हुए कहा है कि सरकार का यह कदम निरंकुशता का संकेत देती। सरकार फोन टेंपिंग इसलिए कर रही है कि यूपीए वर्तमान में हर मोर्चे पर विफल है। भाजपा के पार्टी प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने कहा है कि सरकार आतंकवाद का बहाना लेकर साझेदार दलों के नेताओं की  बात को टेप करा रही है। सबसे दुखद है कि सरकार अपने ही साझेदारों के साथ ऐसा कर रही है। जिसके बल पर सरकार चला रही है उस पर ही इस सरकार को भरोसा नहीं है।   माकपा के महासचिव प्रकाश करात ने कहा है कि फोन टेपिंग की निगरानी के लिए एक दिशा निर्दैश बनाये जाने की जरूरत है। जिससे कि फोन टेंिपंग पर प्रतिबंध लग सके। प्रकाश करात ने कहा है कि इस फोन टेपिंग के मसले पर सरकार जिम्मेदारी लेने का साहस दिखाए। एक पत्रिका में छपी खबर के अनुसार देश के चार बड़े नेताओं के टेप किये गये है। जिनमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, माकपा महासचिव प्रकाश करात, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और केन्द्रीय मंत्री शरद पवार के फोन टेन किये गये हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस का कहना है कि यह सिर्फ मीडिया में खबर आई है इसमें कोई सच्चाई नहीं है। कांग्रेस सूत्रों ने इस मामले को बेहद गंभीर बताया लेकिन इसे यह कहते हुए खारिज भी कर दिया कि मनमोहन सरकार यह कर ही नहीं सकती। पीएम सूत्रो के मुताबिक सरकार इस प्रकरण पर असलियत जानना चाहती है। केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय का कहना है उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।
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