राष्ट्रीय (28/04/2010) 
भाजपा ने सरकार पर सीबीआई के दुरूपयोग का आरोप लगाया
नई दिल्ली 28 अप्रैल। अदालत द्वारा सिख दंगे में टाइटलर को क्लीन चिट दिये जाने के बाद विपक्ष ने सरकार पर सीबीआई का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है । राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने आज संवाददाताओं को कहा है कि 84 में हुए सिख विरोधी दंगे में  सीबीआई ने जगदीश टाइटलर के विरूद्ध राजनीतिक दबाव में पर्याप्त सबूत पेश नहीं कर पाई है। जबकि उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ चल रहे मामले में भी सीबीआई द्वारा नरमी कांगे्रस के दबाव में बरती गई है। यही कारण है कि मायावती ने प्रस्ताव कटौती मामले में कांग्रेस का साथ दिया है। जेटली ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि यूपीए सरकार पिछले छह वर्षो के दौरान सीबीआई को एक हथियार को रूप में इस्तेमला किया है जिससे सीबीआई की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठने लगे है। बोफोर्स मामले को समाप्त किया जानाए राजद सरकार में हुए चारा घोटाले में सीबीआई का कमजोर पक्षए उत्तर प्रदेश में मायावती के खिलाफ ताज कोरिडोर मामलाए पेट्रोप पंप आवंटन मामले में कैप्टन सतीश शर्मा के खिलाफ सीबीआई का नरम रूखए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ विधायकों के खरीद मामले के अलावा अन्य मामले जिसमें कांग्रेस का हित छिपा रहा उसमं सीबीआई कमजोर साबित हुई है। यही कारण है कि गंभीर से गंभीर मसलों में भी सीबाआई के लचीली व्यवहार के कारण उनकी जांच और विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे है। उन्होंने कहा है कि बोफोर्स घोटाले को कौन नहीं जानता है। सीबीआई उस सच्चाई को देश की जनता के सामने लाने में असफल साबित हुई है और अंत में यूपीए सरकार ने उस मामले को ही बंद करा दिया। इससे बड़ा दुर्भाग्य इस देश के लिए और क्या हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि 1984 के दंगों में जब सभी पाक साफ साबित किये जा रहे हैं तो इस दंगे का जिम्मेदार कौन है। जेटली ने कहा है कि इन सभी मामलों को लेकर भाजपा सीबीआई के दुरूपयोग के मसले पर संसद में सवाल उठायेगी।   
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