राष्ट्रीय (29/04/2010) 
झारखंड विकास मोर्चा ने राज्य में मध्याविधि चुनाव कराने की मांग की
रांची 29 अप्रैल। शिबू सोरेन की सरकार के अल्पमत में आ जाने के बाद झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमों व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री  बाबुलाल मरांडी ने कहा है कि राज्य में किसी पार्टी के पास स्पष्ट बहुमत नहीं है जिससे कि सरकार का गठन हो सके। ऐसी स्थिति  में राज्य में मध्याविधि चुनाव ही एक विकल्प है। विदित हो कि लोकसभा में महंगाई के खिलाफ शिबु सोरेन द्वारा यूपीए के पक्ष में मतदान किये जाने पर प्रमुख घटक दल भारतीय जनता पार्टी ने समर्थन वापस ले लिया है जिससे सरकार गिरने की स्थिति में आ गई है।  उल्लेखनीय कि गत साल नवंबर में राज्य में 81 सीटों पर विधानसभा चुनाव हुए थे जिसमे झारखंड विकास मोर्चा को 11 सीटें हासिल हुई थी। राज्य में 18-18 सीटों पर आए झारखंड मुक्ति मोर्चा और भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से सरकार बनी थी जिसमे शिबु सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया था। लेकिन भाजपा ने यूपीए के पक्ष में सोरेन के मतदान करने पर इसे विश्वासघात करार देते हुए समर्थन वापस ले लिया है जिससे राज्य में राजनीतिक अस्थिरता फिर सामने आ गई है। सोरेन की सरकार को बचाने को लेकर अन्य पार्टी प्रमुख फिलहाल चुप है।  राज्य में कांग्रेस 14 सीटों पर है लेकिन इस मसले पर कांग्रेस ने अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है। 
Copyright @ 2019.