राष्ट्रीय (05/05/2010) 
पट्रोल-डीजल के मूल्यवृद्धि वापस लेने से वित्त मंत्री का इनकार

नई दिल्ली 05 मई। पेट्रोल-डीजल के मूल्यवृद्धि वापस लेने के मसले पर वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि सरकार मूल्यवृद्धि वापस लेने की स्थिति में नहीं है।  उन्होंने यह स्वीकार किया कि इसके कारण महंगाई बढ़ी है और आम आदमी प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा है कि पेट्रोलियम पदार्थाे पर उत्पाद एवं शुल्क बढ़ जाने के कारण सरकार को पेट्रोल और डीजल के दामों को बए़ाना पड़ा है। जबकि इस मसले पर विपक्ष का कहना है कि केन्द्र सरकार ने आम आदमी पर महंगाई का बोझ और बढ़ा दिया है। पेट्रो पदार्थो के दाम पढ़ने से खाद्य पदार्थो के दाम महंगे हुए हैं। विपक्ष ने केन्द्र पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सच तो यह है कि केन्द्र सरकार महंगाई पर लगाम लगाने के इच्छुक ही नहीं है। जबकि केन्द्र का कहना है कि समयानुसार महंगाई धीरे-धीरे खुद नियंत्रण में आ जाएगी। सरकार महंगाई पर काबू पाने की कोशिश में लगी है। देश में खाद्यानों की कमी नहीं है। योजनाबद्ध तरीके से सरकार तमाम पहलुओं पर समीक्षा कर रही है। जहां तक पेट्रोल और डीजल के मूल्यवृद्धि के वापस लिये जाने की बात है तो सरकार फिलहाल मूल्यवृद्धि वापस लेने की स्थिति मंें नहीं है।  भाजपा के प्रकाश जावड़ेकर ने उर्वरक पर सब्सिडी वापस लेने के सरकार के निर्णय की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि इन उत्पादों के दाम तत्काल घटाए जाने जाने चाहिए।
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