राष्ट्रीय (11/05/2010) 
2010 के अंत तक कसाब को फांसीः पिल्लई
नई दिल्ली 11 मई। मुंबई में 26/11 को अब तक का सबसे बड़ा आतंकवादी हमले के आरोप में मौत की सजा पाए अजमल आमिर कसाब के बारे में केन्द्र ने कहा है कि कसाब को इस साल के अंत में फांसी पर लटकाया जा सकता है। केन्द्रीय गृह सचिव जीके पिल्लई ने एक टीवी चैनल पर दिए एक साक्षात्कार में कहा है कि विशेष अदालत द्वारा दिये गये मौत की सजा के फैसले को चुनौती देने के लिए कसाब उच्चतम न्यायालय में अपील नहीं करता है तो संभव है कि उसे इस साल के अंत तक उसे फांसी दे दी जाएगी। मुंबई में आतंकवादी हमले के दौरान पाकिस्तान के फरीदकोट निवासी अजमल आमिर कसाब एक मात्र जिंदा आतंकवादी पकड़ा गया। 26 नंवबर 2008 को हुए आंतकवादी हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी जिसमें 25 लोग शामिल थेे। कसाब के खिलाफ 17 महीने तक लगातार चले अदालती कार्रवाई के बाद विशेष न्यायाधीश एलएम तहलियानी ने आतंकी हमले के आरोप में सजा-ए-मौत सुनाई है। कसाब को मिले मौत की सजा की पुष्टि बंबई उच्च न्यायालय द्वारा की जाएगी जिसमें करीब तीन महीने तक समय लग सकते हैं।
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