राष्ट्रीय (28/05/2010) 
सरकार ने जनता को निराशा दी हैः भाजपा
नई दिल्ली 24 मई। केन्द्र में यूपीए सरकार के सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर सत्तासीन सरकार जहां एक साल में कई उपलब्धियां गिना रही है वहीं भाजपा ने यूपीए सरकार को लाचार एवं आम आदमी के साथ विश्वासघाती सरकार करार दिया है। विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने यूपीए सरकार के इस गठबंधन को अनलिमिटेड प्रोब्लम्स एलायंस करार देते हुए कहा है कि इस एक साल के दौरान सरकार सिर्फ आम आदमी के सामने समस्या पैदा की है। इस एक साल में खाद्य पदार्थो की कीमतों में बेतहासा वृद्धि हुई है। बढ़ती महंगाई से आम आदमी लाचार है। सरकार जनता के सामने घड़ियाली आसू बहाना जानती है। इस सरकार को आम आदमी से कोई मतलब ही नहीं है। सरकार बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेने को राजी नहीं है। मसलन सरकार को इस बढ़ती महंगाई का कोई असर नहीं है। सरकार जिस नीति पर चल रही है उससे आम जनता के सामने सिर्फ निराशा ओर हताशा ही है। उन्होंने कहा कि सरकार किस रूप में अपनी उपलब्धि गिना रही है। सच तो यह  है कि यह सरकार ही डंबाडोल स्थिति में है। द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस और राकापंा सरकर पर आंखे तरेरकर अपना हित साध रहे हैं। यूपीए के घटक दल सराकर के समक्ष हमेशा नई नई मुसीबते पैदा कर रहे हैं। राजद, सपा और बसपा यूपीए को नित्य नई नई परेशानियों में उलझा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि यूपीए के मंत्रिमंडल में शामिल कई मंत्रियों को सराकर की परवाह नहीं है। शशि थरूर, जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अययर इत्यादि नेता यूपीए नेतृत्व के नियंत्रण से बाहर हैं। ये सभी ऐसे नेता है जो सरकार की नीतियों पर ही प्रश्न खड़ा करते रहे हैं। ऐसे में यह सरकार किस रूप में अपनी उपलब्धि बता रही है। नक्सली हिंसा को सराकर रोक नहीं पा रही है। यूपीए के पास इससे निपटने के लिए कोई ठोस नीति नहीं है। विपक्ष़्ा नक्सली हिंसा पर जब ठोस नीति बनाने की बात कहती है तो यूपीए के मंत्रियों में ही मतभेद उभरकर सामने आते हैं। सुषमा स्वराज ने यूपीए के कार्यकाल के एक वर्ष पूरा होने पर कहा है कि एक साल का यूपीए ने सिर्फ दुरूपयोग किया है।  एक साल के दौरान यूपीए सराकर की कोई ऐसी उपलब्धि नहीं है जिसे यूपीए सरकार जनता के सामने रख सके। यूपीए ने देश की जनता के साथ विश्वासघात किया है। यूपीए ने जनता को सिर्फ हताशा और निराशा ही दिया है।
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