राष्ट्रीय (13/09/2012) 
किसान पाठशाला आयोजित
कैथल, 12 सितंबर   कृषि विभाग की तरफ से बिरथे बाहरी
गांव में किसान पाठशाला का आयोजन किया गया। पाठशाला में मौजूद महिला
किसानों को डा. ओमप्रकाश ने कपास की फसल में होने वाली मिली-बग व अन्य
बीमारियों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि
मिली-बग सबसे  पहले पौधे के ऊपर के हिस्से में आता है। ओर नियंत्रण न
होने पर पूरे पौधे में फैल जाता है। उन्होंने बताया कि जिस पौधे में
मिली-बग आया हुआ है उस पौधे  को छूने से बचें व पौधे को हिलाने से भी बचे
उस पौधे का निरीक्षण दूर से करे । क्योंकि पौधे हिलाने डुलाने से मिली-बग
अन्य स्वस्थ पौधों पर फैलने का अंदेशा ज्यादा होता है। मिली-बग  को
समाप्त करने वाला कीट अनासियस होता है, जो कि मिली-बग के पेट में अंडे
देता है। उस अंडे से जो जीव बनता है ,वह मिली-बग के पेट को फाड़कर बाहर
निकलता है , और मिली-बग  मर जाता है। इसलिए मिली-बग  आने पर छिड़काव कि
जरूरत नही होती। इस दौरान कृषि विशेषज्ञ डा. दयानंद रेडू ने किसानों को
जानकारी देते हुए बताया कि किस मौसम में कौन कौन से कीटों का आक्रमण होता
है। कीटों के निधान हेतु प्राकृतिक तरीके अपनाने बारे जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि यदि कीटनाशक का छिड़काव करना अनिवार्य है तो उसकी पूरी
मात्रा पानी की पूरी मात्रा में छिड़काव करे। उन्होंने बताया कि यह
पाठशाला पिछले 14 सप्ताह से लगाई जा रही है। जिसमें किसान भाई अपनी फसलों
से संबधित समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए भारी संख्या में पहुंचते है।
इस पाठशाला में अनुसूचित जाति की महिला किसानों की उपस्थिति पूरे प्रदेश
में पहली बार देखने में आ रही है। तथा यह सभी महिला किसान कृषि
विशेषज्ञों से हासिल जानकारी अपने आप खेतों में सदुपयोग कर रही है।
पाठशाला में डा. राजेंद्र, फील्ड मैन कर्ण सिंह, दिलावर सिंह के अलावा
महिला किसान महेंद्र कौर, स्पना,कृष्णा, मनजीत कौर,सीमा रानी, कमला रानी
आदी ने भाग लिया।
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