राष्ट्रीय (18/09/2012) 
सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तुर्कमेनिस्तान को भारतीय सहायता की पेशकश
भारत ने सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तुर्कमेनिस्तान को दोनों देशों के हित में सभी संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।

तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अशगाबात में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के बारे में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन तुकर्मेन टेल 2012 के उद्घाटन अधिवेशन को संबोधित करते हुए संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री  कपिल सिब्बल ने कहा कि भारत और तुर्कमेनिस्तान के बीच बहुत पुराने ऐतिहासिक संबंध है।  सिब्बल ने इस क्षेत्र के लोगों के सामाजिक और आर्थिक स्तर को ऊँचा उठाने के लिए क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने दूर संचार क्षेत्र में भारत की सफलताओं का जिक्र किया और भारत की राष्ट्रीय दूर संचार नीति 2012 के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।

 सिब्बल ने कहा कि भारत ई-स्वास्थ्य, ई-शिक्षा और ई-प्रशासन के क्षेत्र में तुर्कमेनिस्तान को सहयोग प्रदान कर सकता है। राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क के जरिए भारतीय विश्वविद्यालयों को तुर्कमेनिस्तान से जोड़ा जा सकता है और तुर्कमेनिस्तान में बैठे छात्र भारत में विभिन्न विषयों के शैक्षिक सत्रों का सीधे लाभ उठा सकते हैं। 

सिब्बल ने 13 से 15 दिसंबर 2012 तक दिल्ली में होने वाले भारत दूर संचार 2012 सम्मेलन में भाग लेने के लिए तुर्कमेनिस्तान के मंत्री और उनके शिष्टमंडल को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन परस्पर सहयोग को और मजबूत करने तथा इस क्षेत्र में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी और इसकी इको-प्रणाली को प्रोत्साहन देने के लिए एक बहुत अच्छा अवसर होगा।

 सिब्बल सूचना और संचार प्रौद्योगिकी पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए तुर्कमेनिस्तान की दो दिन की सरकारी यात्रा पर कल अशगाबात पहुंचे थे। अपनी इस यात्रा के दौरान वे तुर्कमेनिस्तान के शिक्षा, सूचना और प्रौद्योगिकी तथा परिवहन और संचार मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे।
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