राष्ट्रीय (18/09/2012) 
ट्राई ने मल्टी ऑपरेटर में इंटेलीजेंट नेटवर्क सेवाओं और मल्टी नेटवर्क सीनेरियो (संशोधन) रेग्यूलेशन, 2012 जारी किया
वर्चुअल कॉलिंग कार्ड (वीसीसी), निशुल्क फोन सेवाओं इत्यादि जैसी इंटेलीजेंट नेटवर्क (आईएन) सेवाओं के लिए समयबद्ध तरीके से सेवा प्रदानकर्ताओं के बीच समझौतों को सुविधाजनक बनाने के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने आज मल्टी ऑपरेटर में इंटेलीजेंट नेटवर्क सेवाओं और मल्टी नेटवर्क सीनेरियो (संशोधन) रेग्यूलेशन, 2012 जारी किया।

अगस्त 2009 में एनएलडी/आईएलडी की लाइसेंस शर्तों में संशोधन के बावजूद, एक्सेस सर्विस प्रोवाईडरों ने एनएलडीओ/आईएलडीओ द्वारा जारी किए गए प्रीपेड कॉलिंग कार्डों का प्रयोग करने वाले ग्राहकों को लंबी दूरी वाली कॉलों की सुविधा प्रदान करने के लिए एनएलडीओ/आईएलडीओ के साथ समझौता नहीं किया है। इसलिए ऐसे सर्विस प्रोवाईडरों के बीच आपसी समझौते को सुविधाजनक बनाने के लिए इंटेलीजेंट नेटवर्क कानूनों में विशिष्ट समय सीमा प्रदान करने के लिए इंटेलीजेंट नेटवर्क कानून में संशोधन जरूरी समझा गया। इसके अनुरूप, हितधारकों से टिप्पणियां और प्रतिक्रियाएं प्राप्त करने के लिए इंटेलीजेंट नेटवर्क कानून के लिए प्रारूप संशोधन 12 अक्टूबर 2010 को ट्राई की वेबसाइट www.trai.gov.in पर जारी कर दिया गया था।

प्रारूप कानूनों के जवाब में हितधारकों की विभिन्न टिप्पणियों को ध्यान में रखते हुए ट्राई ने इस संशोधन को तैयार किया है और इसे आज जारी कर दिया है। वर्तमान संशोधन से उन सभी सर्विस प्रोवाईडरों को ग्राहक हित में समयबद्ध तरीके से सभी एक्सेस प्रोवाईडरों के साथ समझौता करने में सहुलियत होगी, जो पहले से ही इंटेलीजेंट नेटवर्क आधारित सेवाएं प्रदान कर रहे हैं या बाद में शुरू करने वाले हैं।

वर्तमान संशोधन लंबी दूरी के सर्विस प्रोवाईडरों द्वारा जारी किये गये वर्चुअल कॉलिंग कार्ड के लिए उपयोगी होगा। वर्तमान में वीसीसी का बड़े पैमाने पर प्रयोग नहीं होता है और मुख्य तौर पर ऑपरेटर आधारित होने के कारण सभी ग्राहक इसे प्राप्त नहीं कर सकते हैं। इन कानूनों के ढांचे में सर्विस प्रोवाईडरों के बीच समझौतों के बाद ग्राहक एनएलडीओ/आईएलडीओ द्वारा जारी किये गये कॉलिंग कार्डों का प्रयोग करके एसटीडी/आईएसडी कॉल कर सकेंगे। इस संशोधन को ट्राई की वेबसाइट पर पहले ही लगा दिया गया है।
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