राष्ट्रीय (19/09/2012) 
सुरक्षित रेल के लिए स्वच्छ रेल आवश्यक
केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री  जयराम रमेश ने कहा है कि रेलगाड़ियों में स्वच्छता का संबंध रेल सुरक्षा से बहुत निकटता से है। नई दिल्ली रेलवें स्टेशन पर बायो-डाइजेस्टर आधारित पर्यावरण अनुकूल शौचालयों का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सुरक्षित रेलवे के लिए स्वच्छ रेलवे आवश्यक है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन-डीआरडीओ और पेयजल तथा स्वच्छता मंत्रालय के बीच डीआरडीओ द्वारा विकसित जैविक शौचालयों को मौजूदा और नए रेल डब्बों में लगाने के बारे में इस वर्ष जुलाई में एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गये थे। श्री रमेश ने सभी मौजूदा 50 हजार रेल डिब्बों में अगले दस वर्षों में पुराने शौचालयों को हटा कर जैविक शौचालय लगाने का आधा खर्च वहन करने का भी प्रस्ताव किया जो प्रतिवर्ष करीब ढाई अरब रुपये आयेगा। इसके अलावा अगले दो से तीन वर्षों में सभी नए रेल डिब्बों में (सालाना करीब 5 हजार) पर्यावरण अनुकूल शौचालय लगाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इससे ना केवल रेल पटरियों का क्षरण रूकेगा बलकि यात्रियों को भी दुर्गंध हीन शौचालय प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि अभी करीब 2 करोड़ यात्री रोजाना रेलगाड़ी से सफर करते है और ट्रेन में मौजूदा शौचालय का अपशिष्ट सीधे पटरियों पर जाता है। श्री रमेश ने कहा कि जैव शौचालय मानवीय व्यर्थ अपशिष्ट के निपटान का सबसे सस्ता तरीका है और परिवहन के मामले में दुनिया में डीआरडीओ का यह प्रयोग अनूठा है। 
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