राष्ट्रीय (27/09/2012) 
दिल्ली , न्यू उस्मानपुर के जंगलो में मिली मासूम बच्चो की लाश

 

दिल्ली में बच्चो के अपहरण  , गुमशुदगी आये दिन होते रहते है , लेकिन जब कोई शिकायतकर्ता अपने बच्चो की गुमशुदगी की शिकायत थाने में करने जाते है तो दिल्ली पुलिस केवल खानापूर्ति करके अपना पल्ला झड़ने में सबसे आगे है इसका नमूना एक बार फिर से दिल्ली के न्यू उस्मान पुर में देखने को मिला .....

दो मासूम बच्चों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई। बच्ची के कपड़े अस्तव्यस्त थे। उनके सिरों पर चोट के निशान मिले हैं। दोनों बच्चे मंगलवार शाम से लापता थे। वारदात में बच्चों के परिवार के आसपास रहने वालों पर शक किया जा रहा है।

यह वारदात उत्तर-पूर् दिल्ली के न्यू उस्मानपुर थाना इलाके में हुई। यहां पक्की खजूरी के एफ ब्लॉक की गली नंबर 15 में राजमिस्त्री मुहम्मद अकरम का परिवार रहता है। अकरम के भाई आलम का परिवार नजदीक ही रहता है। मंगलवार दोपहर अकरम का बेटा अरमान (5) और बेटी उजमा (3) आलम के घर गए थे। वहां शाम तक दोनों बच्चे खेलते रहे। शाम को दोनों भाई-बहन वापस अपने घर जाने के लिए निकले। रास्ते में किसी ने दोनों मासूमों का अपहरण कर लिया। घर नहीं पहुंचने पर उनकी खोज की गई। इलाके में काफी देर तक उनकी तलाश की गई, लेकिन बच्चे नहीं मिले। रात में न्यू उस्मानपुर थाने जाकर खबर दी गई। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली।

रात भर तलाश करने के बावजूद बच्चे नहीं मिले। बुधवार को यमुना के खादर में झाडि़यों के पास दोनों बच्चों के शव पड़े मिले। दोनों मासूम बच्चों की हत्या कर लाशें वहां डाल दी गई थीं। बच्चों के शरीरों पर चोट के निशान थे। किसी हैवान ने उनकी पिटाई करने के बाद उनकी हत्या की थी। उजमा के कपड़े अस्तव्यस्त मिले। आशंका जताई जा रही है कि उजमा को टारगेट करने के मकसद से ही दोनों का अपहरण और हत्या की गई। दोनों बच्चों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्च्युरी में भेज दिया गया है। पुलिस ने अपहरण और मर्डर केस दर्ज कर लिया। अरमान आठ बहनों का अकेला भाई था। इस वारदात के बाद इलाके के लोगों में बेहद आक्रोश है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि इस वारदात में बच्चों के परिवार के किसी जानकार का हाथ हो सकता है।

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