राष्ट्रीय (01/10/2012) 
अंतरचक्षु Ц अंतरात्मा की आंख

जनगणना 2001 के अनुसार भारत में शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की संख्Юया 2 करोड़ 19 लाख है, जो कुल आबादी का 2.13 प्रतिशत है। इसमें दृष्टि, श्रवण, बोली, गतिशीलता और मानसिक अक्षमताओं से पीडि़त लोग शामिल हैं। दृष्टि बाधित लोगों की संख्Юया एक करोड़ छह लाख है, जो शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की आबादी का लगभग 49 प्रतिशत है। जनगणना 2011 से अपंगता पर नए डाटा जारी होने से इस आंकड़े में वृद्धि होने की संभावना है। जनगणना 2011 में अपंगता के आधार पर गणना की गई है।

सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री श्री मुकुल वासनिक चार अक्तूबर, 2012 को दोपहर 12 बजे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सम्मेलन केंद्र में एक अनोखे समारोह Сअंतरचक्षु-अंतरात्मा की आंखТ का उद्घाटन करेंगे।

अंतरचक्षु समारोह अपंगता के बारे में व्यापक पैमाने पर जानकारी देने और जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित किया जा रहा है। इस समारोह में अपंगता की विभिन्न स्थितियों, खासतौर पर अंधेपन और निम्न दृष्टि के अनुरूपन को शामिल किया गया है। इसमें भाग लेने वालों भागीदारों को अपंगता की विभिन्न भूमिकाओं के लिए टास्कों और गतिविधियों की एक श्रृंखला दी गई है। इस समारोह का उद्देश्य अपंगता से संबंधित भ्रांतियों और पूर्वाग्रहों को दूर करना है।

आम लोगों के लिए अंतरचक्षु 4, 5 और 6 अक्Юतूबर को सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक रहेगा। इस कार्यक्रम को मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज के दृष्टि बाधित संसाधन केंद्र द्वारा विकसित किया गया है। दिल्Юली में इस समारोह का संयुक्त रूप से आयोजन जेवियर दृष्टि बाधित संसाधन केंद्र (एक्सआरसीवीसी), मुंबई जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का समान अवसर कार्यालय, नई दिल्ली, राष्ट्रीय दृष्टि बाधित संस्थान, देहरादून और सक्षम ट्रस्ट नई दिल्ली द्वारा किया जा रहा है।

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