राष्ट्रीय (03/10/2012) 
सुरक्षित महासागर सर्वोच्च प्राथमिकता: एंटनी

रक्षा मंत्री  ए.के.एंटनी ने महासागरों की सुरक्षा और रक्षा सुनिश्चित करने के लिए दक्षिण एशिया क्षेत्र में समुद्र के निकट स्थित एजेंसियों के साथ संबंध और सहयोग बढ़ाने पर बल दिया है। एशियाई तटरक्षक एजेंसियों के प्रमुखों की 8वीं बैठक का आज यहां उद्घाटन करते हुए, उन्होंने भारत के समुद्री क्षेत्र में भारतीय तटरक्षकों की लगातार उपस्थिति के लिए उनकी क्षमता को और मजबूत बनाने की दिशा में कार्य करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया ।

उन्होंने कहा कि सरकारों द्वारा तेजी से नीतिगत फैसले लेने को अहमियत दी जानी चाहिए। समुद्र के आसपास के माहौल को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित महासागर बनाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। सरकारों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों को लागू करना चाहिए जो अनैतिक कार्यों में लिप्त लोगों के लिए एक निवारक का काम करे। श्री एंटनी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि भारत सरकार अंतर्राष्ट्रीय नियमों को लागू करके, समुद्र की सुरक्षा के लिए कानून बनाकर, विभिन्न देशों के साथ सहकारिता तंत्र और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के क्षमता निर्माण को लागू करके हिन्द महासागर क्षेत्र की सुरक्षा के प्रति कटिबद्ध है।

 एंटनी ने कहा, हम तटीय सुरक्षा, समुद्री डकैती रोधी, आतंकवाद रोधी कार्रवाई और तेल रिसाव के समय तुरंत कार्रवाई करने की सामर्थ्य के मामले में अपनी क्षमता बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। हम एक तटीय सुरक्षा तंत्र बनाने के लिए अन्य देशों के साथ अपने अनुभव और विशेषज्ञता को बांटने के लिए तैयार हैं।

एशियाई तटरक्षक एजेंसियों के प्रमुखों की बैठक पहली बार दक्षिण अफ्रीका क्षेत्र में हो रही है। सम्मेलन में बंगलादेश, ब्रुनेई, कंबोडिया, चीन, भारत, इंडोनेशिया, जापान, कोरिया गणराज्य, लाओ पीडीआर, मलेशिया, म्यांमार, पाकिस्तान, फिलिपीन, सिंगापुर, श्रीलंका, थार्इलैंड, वियतनाम और हांगकांग सहित 18 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

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