राष्ट्रीय (18/06/2013) 
किन्नौर जिला में राहत एवं पुनर्वास कार्य युद्धस्तर पर जारी
प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में गत तीन-चार दिनों से भारी बारिश से प्रभावित जन-जीवन तेजी से सामान्य हो रहा है। विशेषकर सांगला घाटी व जिला के अन्य पर्यटक स्थलों में राहत कार्यांे के बाद स्थिति सामान्य हो रही है। राष्ट्रीय आपदा बचाव बल के दो दलों ने रिकांगपियो पहुंचकर राहत व बचाव कार्य आरम्भ कर दिया है।
भारतीय वायु सेना के दो चैपर व प्रदेश सरकार के एक चैपर के माध्यम से किन्नौर जिला में फंसे पर्यटकों को बाहर निकालने के लिए हवाई सेवाएं आरम्भ की गई हैं। किन्नौर के उपायुक्त कैप्टन जे.एम. पठानिया से प्राप्त सूचना के अनुसार, आज रिकांगपियो व सांगला से लगभग 110 पर्यटकों को शिमला व रामपुर पहुंचाया गया जबकि लगभग 500 पर्यटक अभी भी फंसे हुए हैं जिन्हें बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं।
उपायुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग तथा जिला के अन्य सम्पर्क मार्गों पर यातायात बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग तथा जेपी कम्पनी की मशीनंे कार्य कर रही हैं, जबकि सीमा सड़क संगठन को राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर वांगतू से समधो तक यातायात बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि भारी वर्षा से हुए भू-स्खलन तथा बर्फबारी से जिले में सरकारी व निजी सम्पत्ति को लगभग 50 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। जिले में हुए नुकसान की वास्तविक रिपोर्ट तैयार करने के लिए सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा निःशुल्क हेल्पलाईन नम्बर 1077 आरम्भ की गई है।
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