राष्ट्रीय (06/07/2013) 
पहले फिल्म हिरोइन और फिर चालबाज

आखिरकार पुलिस के हांथ इन तक पहुंच ही गए। चालबाज की कारगुजारी ज्यादा दिन तक काम नहीं आई....औऱ कानून के लंबे हांथ आखिकार पहुंच ही गए माशूका के आशिक तक।

 करोड़ो की बेशकीमती कारें...ऐसी कारे जिन्हे देखकर आंखे चौधिय़ा जाए...चमचमाती महंगी ज्वेलरी....औऱ आलिशान ठाठ वाठ...कुछ ऐसा ही था माशूका हिरोइन  औऱ उसके चालबाज आशिक का रहन सहन....हिरोईन को पुलिस ने दिल्ली के फतेहपुर बेरी के एक फ़ार्म हाउस से गिरफ्तार किया था - - -.लेकिन मगर चालबाज हीरो ड्राईवर बन कर पुलिस को चकमा देकर असल  कहानी में कानून के लंबे हांथो से दूर था - - - यह चालबाज कभी सीलीगुडी  और कभी सीमा पार नेपाल लांघ जाता - - - पुलिस और इसमें चूहा बिल्ली का खेल कई दिन तक चलता रहा - - - -आखिर दक्षिण दिल्ली की पुलिस ने कलकाता से इस चालबाज़ सुकास चन्द्रशेखर  उर्फ़ बाला जी को गिरफ्तार कर लिया  - - --लीना मारिया पाँल को पुलिस पहले ही गिरफ्तार चुकी थी - - -इसके पास से महंगे और बेशकीमती सामान भी बरामद हुआ है - - -

हिरेईन लीना मारिया पाँल जितनी हसीन थी उतनी ही बड़ी ठग...और उससे भी बड़ा चालबाज था उसका आशिक सुखांत चद्रशेखर उर्फ बालाजी... लीना की दिल्ली के फार्म हाउस से गिरफ्तारी के बाद कोलकाता,  गोवा राजस्थान, की खाक छानता रहा बालाजी की लाइफ स्टाइल में बो सब कुछ था जो हाईप्रोफाइल कहलाने के लिए काफी था..और हाईप्रोफाइल ही ठगी का तरीका भी...। कभी IAS अधिकारी बन जाता था और कभी बड़ा सरकारी सप्लायर - - -

75 लाख के डाँयमंड, 12 लाख की रिंग, 3 लाख कैश, करो़ड़ो की 7 लग्जरी कारें सब कुछ अब पुलिस के कब्जे में है.. लेकिन  अब भी पुलिस कई ऐसे सवालों के जबाव तलाशने में जुटी है जिससे हसीन माशूका औऱ चालबाज आशिक के काले कारमानों की परते खुल सके।

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