राष्ट्रीय (28/07/2013) 
श्रीमती प्रतिभा सिंह द्वारा फोटोवोल्टिक सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए धनराशि स्वीकृति करवाने का आग्रह
मण्डी की सांसद श्रीमती प्रतिभा सिंह ने नई दिल्ली में केन्द्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री फारूख अब्दुल्ला से भेंट कर आग्रह किया कि प्रदेश सचिवालय भवन शिमला और ऐतिहासिक रिज मैदान के लिए फोटो वोल्टिक सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए धनराशि उपलब्ध करवाई जाए ताकि प्रदेश की राजधानी में स्वच्छ ऊर्जा को प्रोत्साहित किया जा सके।
सांसद श्रीमती प्रतिभा सिंेह ने कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करके राज्य में हरित ऊर्जा को प्रोत्साहित कर रही है।
श्रीमती प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेश में हिम ऊर्जा गैर पारम्परिक ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के लिए प्राधिकृत एजेंसी है और एजेंसी ने प्रदेश सचिवालय शिमला में 100 किलोवाट पावर क्षमता की फोटो वोल्टिक ऊर्जा इकाई तथा रिज मैदान शिमला में 20 किलोवाट पावर क्षमता की फोटोवोल्टिक सौर इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने कहा कि दोनों संयंत्रों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय को भेजी गई हैं। उन्होंने श्री फारूख अब्दुल्ला से आग्रह किया कि इन संयंत्रों को आरम्भ करने के लिए समुचित धनराशि उपलब्ध करवाई जाए।
श्रीमती प्रतिभा सिंह ने कहा कि 100 किलोवाट क्षमता के सौर संयंत्र को प्रदेश सचिवालय के ग्रिड के साथ सीधे जोड़ा जाएगा, जिससे राज्य सरकार को  ऊर्जा बचत में सहायता मिलेगी तथा बिजली के बिल में भी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रिज मैदान की पूरी रौशनी को सौर ऊर्जा के माध्यम से संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार हिपा मशेबरा तथा पंचायत भवन शिमला में विद्युतीकरण को भी सौर ऊर्जा के माध्यम से संचालित करने के लिए कृत संकल्प है जिसके लिए क्रमशः 100 किलोवाट तथा 15 किलोवाट सौर ऊर्जा परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर ली गई है।
सांसद श्रीमती प्रतिभा सिंह ने बर्फीली पिन घाटी काजा के लिए 150 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र तथा री गांव बिलासपुर के लिए 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र स्वीकृत करने का अनुरोध किया। उन्होंने राजधानी शिमला के लिए 2000 सीपीवी गृह राशिनी प्रणाली तथा शिमला के स्लम क्षेत्रों के लिए 5000 सौर ऊर्जा लालटेन स्वीकृत करने का अनुरोध किया।
सांसद श्रीमती प्रतिभा सिंह ने राज्य में बाढ़ प्रभावित जनजातीय क्षेत्र किन्नौर के लिए 20 हजार सौर लालटेन तथा 20 हजार घरेलू रोशनी उपकरण प्रदान करने का अनुरोध करते हुए कहा कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में ट्रांसमिशन लाईनों के तबाह हो जाने से अनेक क्षेत्रों से अभी तक बिजली की आपूर्ति बहाल नहीं की जा सकी है। उन्होंने डोडरा-क्वार जैसे पिछड़े क्षेत्रों के लिए 5000 सौर लालटेन स्वीकृत करने का अनुरोध किया तथा बताया कि सर्द ऋतु में इन क्षेत्रों में भारी बर्फबारी की वजह से बिजली की आपूर्ति पूरी तरह ठप्प हो जाती हैं तथा सौर लालटेन एक व्यवहारिक विकल्प बन सकता है।
सांसद श्रीमति प्रतिभा सिंह ने बताया कि हिमऊर्जा ने ऊर्जा शहरी परियोजना को कार्यान्वित करने के लिए एक परियोजना तैयार की है, जिसके अन्तर्गत ऊर्जा के परम्परागत स्रोतों से उत्पादन को 10 प्रतिशत तक कम करके इसे नवीकरण ऊर्जा के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत केन्द्र सरकार 90 प्रतिशत अनुदान प्रदान करती है, जबकि 10 प्रतिशत लागत लाभार्थी को प्रदान करनी पड़ती है।

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