राष्ट्रीय (17/08/2013) 
बन्द करो सियासत

भारत की आजादी में सबसे अहम  भूमिका निभाने वाले शहीद भगत सिंह , राजगुरु ,सुखदेव  और चन्द्र शेखर  आजद को देश की सरकार शहीद मानने के लिए तैयार नहीं है इस का खुलासा हुआ है एक अख़बार द्वारा आर टी आई के मध्यम से जवाब मांगने पर ,  जिसके मुताबित गृह मंत्रालय भगत सिंह और उनके साथियों  को शहीद नहीं मानता है। भारत सरकार के इस जवाब पर फरीदाबाद में रह रहे उनके  पोते ने कहा की ये देश के शहीदों का  अपमान है।  उन्होंने ने  मांग की है की  सविधान में शंशोधन कर के उनका नाम देश के दस्त वेजो में शहीदों की लिस्ट में डाला  जाना चाहिए , भगत सिंह के पोत्र इस बात से वेहद नाराज है की भारत सरकार के पास एसा  कोई दस्तावेज नहीं है जिस से ये पता चलता हो की वो कब शहीद हुए है और ग्रह मंत्रालय  उन्हें शहीद मानने को तैयार नहीं है। उनके मुताबित ये देश के शहीदों को अपमान है।  अपना दुःख बया करते हुए उन्होंने कहा की भगत सिंह की सोच और
नीतियों पर सरकारे कही भी संजीदा दिखाई नहीं देती. हालाकि उन्होंने कहा
की भगत सिंह के वंशज होने के कारण उन्हें लोगो का अपार स्नेह मिलता है
उनका कहना था की मैं अकेला उनका वंशज नहीं बल्कि पूरा हिन्दुस्तान उनका
वंशज है.यदि किसी वजह से उनका दस्ता वेज नहीं है तो सविधान में शंशोधन कर के उसे डाला  जाना चाहिए 

 

Copyright @ 2019.