राष्ट्रीय (10/12/2013) 
अंतर्राष्‍ट्रीय नौपरिवहन प्रकाश स्‍तम्‍भ सम्‍मेलन
केन्‍द्रीय पोत परिवहन मंत्री, श्री जी के वासन ने कल शाम गोवा में नौपरिवहन अैर प्रकाश स्‍तम्‍भ प्राधिकरण को समुद्री सहायता संबंधी अंतर्राष्‍ट्रीय संघ (आईएएलए) के परिषद के 56वें सम्‍मेलन का उद्घाटन किया। चार दिवसीय सम्‍मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्‍होंने कहा कि इसका उद्देश्‍य समुद्री नौपरिवहन के क्षेत्र में दी जाने वाली सहायता में और अधिक सुधार और मानक स्थापित करना है। भारत पिछले 33 वर्षों से 20 सदस्‍यीय आईएएलए परिषद का सदस्‍य है और दूसरी बार इस सम्‍मेलन की मेजबानी कर रहा है। वर्ष 1957 में स्‍थापित आईएएलए एक गैर-सरकारी संगठन है, जिसका मुख्‍यालय पेरिस में है। यह दुनियाभर के देशों में समुद्री नौपरिवहन संबंधी गतिविधियों में सहायता प्रदान करने वाली परिषद है जो तीव्र, सुरक्षित और कम लागत में जहाजों की आवाजाही संचालित कराने वाला समरूप मंच है। आईएएलए परिषद एक नीति निर्धारक इकाई है जो नौपरिवहन में सहायता से संबंधित विभिन्‍न मुद्दों पर विचार-विमर्श करती है। यह नौपरिवहन उपकरणों के अंतर्राष्‍ट्रीय मानक विकसित करने के लिए अंतर्राष्‍ट्रीय समुद्री संगठन-आईएमओ के साथ विचार-विमर्श करती है। इसमें भारत का प्रतिनिधित्‍व लाइटहाउसेस और लाइटशिप्‍स के महानिदेशक करते हैं। यह संगठन देशभर में 186 नौपरिवहन प्रकाश स्‍तम्‍भों का प्रबंधन करता है जो समुद्र तटीय क्षेत्र में दृश्य के साथ ही रेडियो कवरेज उपलब्‍ध कराता है।

माननीय मंत्री महोदय ने आज भारतीय प्रकाश स्‍तम्‍भों के बारे में नाईट स्‍पार्कल शीर्षक वाली एक पुस्‍तक का भी विमोचन किया। यह पुस्‍तक अलग-थलग स्‍थानों पर स्थित प्रकाश स्‍तम्‍भों में रहने वाले और सीमित संसाधनों में काम करने वाले नौपरिवहन सहायक के जीवन के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
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