राष्ट्रीय (01/01/2014) 
सीमा सुरक्षा बल में मनाया नव वर्ष समारोह
नये वर्श के शुभारम्भ पर सीमा सुरक्षा बल के महानिदेषक श्री सुभाश जोषी ने नये वर्श के उपलक्ष्य पर आयोजित समारोह में Border Security Force के सभी कार्मिकों को नये वर्श की शुभकामनाये दी । 


नये वर्ष के उपलक्ष्य पर  आयोजित समारोह का शुभारम्भ करते हुए श्री अशोक कुमार  महानिरीक्षक (प्रशासन) ने सभी का समारोह में स्वागत किया और वर्ष 2013 में बीएसएफ की उपलब्ध्यिों को गिनाया ।
    महानिदेशक श्री सुभाष जोशी जी ने अपने संदेश में कहा कि पिछले वर्ष हमसब ने मिलकर  चुनौतियों का सामना सफलता पूर्वक किया हैं और कई कीर्तिमान बनाये है, चाहे वह ऑपरेशन से संबंधित हो या एड्म से संबंधित कार्य रहे हो और यह विश्वास जताया कि वर्श 2014 में भी पूरे साहस और बहादुरी के साथ आने वाले चुनौतियों का सामना करेंगे।
    नये वर्ष के इस समारोह में बीएसएफ कैंलेडर का भी विमोचन किया गया । इस कैंलेडर द्वारा दर्शाया गया है कि बीएसएफ किन-किन परीस्थितियों में भारत की सीमाओं की सुरक्षा कर रहा है।
सीमा सुरक्षा बल की वर्श 2013 की उपलब्ध्यिां-
जवानों का वर्श - सीमा सुरक्षा बल के लिए वर्श 2013 का एक विशेष महत्व है क्योकि सीसुबल के महानिदेशक द्वारा इसे जवानों का वर्ष घोषित किया गया है। जवानों और इनके परिवारों के रहने के स्तर चिकित्सा एवं शैक्षिण सुविधाओं में सुधार लाने पर विषेश ध्यान दिया गया है । पूर्वात्तर और जम्मू-कश्मिर में तैनात जवानों के लिए घर तक यात्रा में लगने वाले समय को कम करने के लिए निःशुल्क हवाई जहाज द्वारा यात्रा करने की सुविधा प्रदान की गई है। जवानों की यात्रा हेतु 07 रेलगाडि़यों में ए0सी0 - 03 के स्पेशल कोच भी जोड़े गए है। सीसुबल कार्मिक बिना परिवार के एक स्थन से दूसरे स्थान के लिए यात्रा करते रहते है। इसलिए सभी राज्यों में हमारी यूनिटों की स्थापना के लिए प्राथमिकता पर भूमि अर्जित की जा रही है और पृथम परिवार आवास बनाने के लिए निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है ताकि इनके परिवार अपने गृह राज्यों में रह सके।
कीलापाडा में वार मेमोरियल - बांग्लादेश को स्वतंत्र करवाने में सीमा सुरक्षा बल द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिकाओं को भुलाया नही जा सकता। इस वर्श कीलापाडा में एक वार मेमोरियल बनाया गया जो 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान सीमा सुरक्षा बल के बहादुर जवानों द्वारा किए गये बलिदानों की सतत याद दिलाता रहेगा।
संयुक्त रीट्रीट समारोह - नवम्बर माह में पेट्रापोल तथा बेनापोल पर सीमा सुरक्षा बल तथा बांग्लादेश सीमा गार्ड के बीच संयुक्त रीट्रीट समारोह प्रारंभ की गई जिसमें दोनो देषों तथा सीमा सुरक्षा बलों के बीच सौहादपूर्ण सम्बंध विकसित हो।
श्री विराट कोहली को सीसुबल का पहला ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त करना- सीमा सुरक्षा बल ने केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के इतिहास में पहली बार युवाओं को बल की तरफ आकृशित करने के लिए क्रिकेट के प्रसिद्ध खिलाड़ी श्री विराट कोहली को सीसुबल का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया है।
उत्तराखंड में राहत तथा पुर्नवास कार्य -     देश में आपदाओं के समय भी सीमा सुरक्षा बल सहायक होते है वह भूकंप हो, बाढ़ हो या अन्य प्राकृतिक विपदा हो। उत्तराखण्ड में भारी प्राकृतिक विपदा के पष्चात् वहाँ पर राहत कार्य एवं पुर्नवास कार्य के लिए सीमा सुरक्षा बल को तैनात किया गया। सीमा सुरक्षा बल ने स्वयं ही कालीमठ घाटी के 12 गाँवों में मूलभूत सुविधा को पुनः बनाने तथा पुर्नवास का बीड़ा उठाया। इस अभुतपूर्व कार्य के कारण, राज्य में सीमा सुरक्षा बल को देवदूत के नाम से पुकारा गया।
सीमा सुरक्षा बल ने सीमा पर रहने वाले लोगों के चेहरे पर बिखेरी मुस्कान- इस वर्श सीमा सुरक्षा बल ने स्माइल ट्रेन इंडिया संगठन के साथ मिल कर सीमा पर रहने वाले लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने हेतु कार्य किया है। इन लोकहितैशी कार्यक्रमों से न केवल लोगों की विशेषकर अल्पसुविधा प्राप्त लोगों की सहायता की गई है बल्कि समाज और सीमा सुरक्षा बल के बीच आपसी समझ में वुद्धि हुई है।
सीमा सुरक्षा बल में महिला अधिकारी की नियुक्ति -     सीमा सुरक्षा बल में पहली बार 2008 में महिला आरक्षक की भर्ती की गई। इसके पश्चात् 2009 में महिला उपनिरीक्षक जीडी में प्रवेश दी गई और अब 2013 में संघ लोक सेवा आयोग द्वारा प्रथम बार महिला सहायक कमांडेंट सीधी भर्ती की जायेगी।

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