राष्ट्रीय (28/05/2014) 
ठोस कचरा प्रबन्धन के लिए नई तकनीक अपनाई जाएगीः सुधीर शर्मा
शहरी विकास मंत्री श्री सुधीर शर्मा ने कहा कि लोगों को प्रदेश के सभी शहरों में ठोस कचरा प्रबन्धन, मल निकासी, जल निकासी प्रबन्धन, शौचालय तथा सड़क जैसी आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। श्री सुधीर शर्मा आज यहां शहरी विकास विभाग की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक का आयोजन प्रदेश में शहरी क्षेत्रों के विकास के नीति निर्धारण के लिए किया गया था। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि जैविक कचरे के एकत्रिकरण एवं पुनःचक्रण  के लिए नवीन आधुनिक तकनीक आयात की जाएगी। हालैंड से आधुनिक तकनीक आयात करने के प्रयास किए जा रहे हैं और इस सम्बन्ध में हालैंड के राजदूत 16 जून, 2014 को प्रदेश का दौरा कर मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श करेंगे।

श्री सुधीर शर्मा ने कहा कि आरम्भ में धर्मशाला और सुन्दरनगर को आदर्श शहरों के रूप में विकसित करने के लिए चिन्हित किया गया है। इन्हें सामुदायिक सहभागिता के साथ आदर्श शहरों के रूप में विकसित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों तथा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, राजीव आवास योजना और छोटे तथा मध्यम शहरों के लिए शहरी विकास अधोसरंचना योजना (यूआईडीएसएसएमटी) जैसी केन्द्रीय प्रायोजित परियोजनाओं के तहत चल रही परियोजना के कार्यों में तेजी लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मलीन बस्तियों में रह रहे लोगों के लिए राजीव आवास योजना के तहत बेहतर नागरिक अधोसंरचना और आधारभूत सुविधाओं सहित अच्छी आवासीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।

श्री सुधीर शर्मा ने कहा कि सार्वजनिक निजी सहभागिता के माध्यम से अधोसंरचना विकास की व्यापक संभावनाएं हैं और सभी शहरी स्थानीय निकायों में नई परियोजनाएं चिन्हित करने की संभावनाएं तलाशी जाएंगी और वर्तमान में चल रही परियोजनाओं के कार्य में तेजी लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि यूआईडीएसएसएमटी का प्रथम चरण प्रदेश में पूरा हो गया है और शीघ्र ही इसका दूसरा चरण आरम्भ किया जाएगा। योजना के दूसरे चरण के अन्तर्गत विदेशी विशेषज्ञों की सहायता से शहरों की विकास योजनाएं तैयार की जाएंगी। आधुनिक शहर तैयार करने को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इन आधुनिक शहरों में सड़क, पथ, गलियां, वर्षा जल संग्रहण प्रणाली, मलनिकासी प्रणाली, नालों का तटीकरण और समुचित पेयजल की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि शहरी स्थानीय निकाय स्तर पर गैर सरकारी/चुने हुए सदस्यों के मध्य अन्तर को समाप्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। शहरों के विकास एवं उपलब्ध धन के समुचित उपयोग के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए भी अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने शहरी स्थानीय निकायों की वित्तीय स्थिति मजबूत करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

श्री सुधीर शर्मा ने बैठक में विभाग की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा की और सम्बन्धित अधिकारियों को गुणवत्ता सुनिश्चित बनाने और इन्हें शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। निदेशक शहरी विकास कैप्टन जे.एम. पठानिया ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।

सचिव शहरी विकास श्री आर.डी. नजीम, विशेष सचिव शहरी विकास श्रीमती पूर्णिमा चैहान, अतिरिक्त निदेशक शहरी विकास श्रीमती सुनीता कापटा, विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी बैठक में उपस्थित थे।

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