राष्ट्रीय (13/07/2014) 
हर वक्त खुला रहता है एक दरवाजा
जीवन में कई बार लगता है कि आगे बढ़ने या मुसीबत से बचने का कोई रास्ता नहीं बचा है। ऐसे मुश्किल हालात में भी सफलता का एक न एक दरवाजा खुला रहता है। जरूरत है तो इस दरवाजे तक सही समय पर पहुंचने की। अगर आप घबराएंगे तो अपने और दूसरों के अनुभवों का लाभ नहीं ले पाएंगे। अगर आप हिम्मत दिखाएंगे तो परेशानियां छोटी नजर आने लगेंगी।
कई बार इंसान मुश्किल में फंस जाता है। उसे लगता है कि अब तो मेरी जिंदगी में सिर्फ परेशानियां ही रहेंगी। ऐसे समय में इंसान घबराकर गलत कदम उठा लेता है जबकि सच्चाई कुछ और होती है। जीवन में चाहे कैसी भी परिस्थितियां आ जाएं, हमेशा एक दरवाजा खुला रहता है। यह दरवाजा मदद का हो सकता है, मंजिल का हो सकता है या वापस लौटने का भी। जब कभी आपको लगे कि यह मैं क्या कर बैठा या मैं तो अजीब सी उलझन में फंस गया हूं तो आपको शांति के साथ कुछ खास बातों पर विचार करना चाहिए।
सबसे पहले तय करना चाहिए कि जिस मुश्किल में आप फंसे हैं, उसका कारण क्या है। क्या आपने खुद मुसीबत मोल ली है या किसी और के कारण आप परेशानी में फंसे हैं। जब आप यह तय कर लेते हैं कि परेशानी का कारण क्या है तो आप उसे दूर करने की दिशा में प्रयास कर सकते हैं। घबराने के बजाय आपको सही तरीकों का इस्तेमाल करना चाहिए। आपको एक पेन और पेपर लेकर बैठना चाहिए और अपने पक्ष में जो बातें मौजूद हैं, उनका विश्लेषण करना चाहिए। आप उस समय मौजूद संभावनाओं पर भी विचार कर सकते हैं। आपको हर संभावना को टटोलना चाहिए। सिर्फ घबराकर बैठ जाने से कुछ नहीं होगा। आपको कोशिश करनी चाहिए कि चीजें और ज्यादा न बिगड़ें। आपको चीजों और परिस्थितियों में सुधार के लिए प्रयास करना चाहिए।
कई बार आपको रास्ते की एक हल्की सी झलक मिलती है। अब यह आपके ऊपर है कि आप झिझक कर बैठे रहते हैं या उस तरीके पर अमल करते हैं। कई बार आप गलती भी कर बैठते हैं और घबराकर चीजों से भागने लगते हैं। आपको भागने के बजाय चीजों का सामना करना चाहिए। आपको जिंदगी को बड़े परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए।
कई बार ऐसा भी होता है कि आप जो सोच रहे हैं, वैसा नहीं हो, इसलिए अपने विचारों को नियंत्रित करके आपको समाधान की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। अगर आप सिर्फ सोचते रहेंगे तो समस्या से ही घिरे रहेंगे। आपको समस्या के जाल से निकलने के लिए सही रास्ते को तलाशना चाहिए। आपको उस दरवाजे तक पहुंचना चाहिए जहां से आपको सुकून की राह मिले।
इस बात को दिमाग में हमेशा रखें कि हर समस्या का कोई न कोई हल मौजूद है। आपसे कितनी भी बड़ी गलती या भूल क्यों न हो जाए, आप हमेशा उसे सुधारने की दिशा में काम कर सकते हैं। अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए आपको दिल और दिमाग दोनों की मदद लेनी चाहिए।
नरेन्द्र देवांगन  (अदिति)

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