राष्ट्रीय (22/07/2014) 
गरिमाहीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विधानसभाध्यक्ष को गरिमा को पहचानें:अशोक पाण्डेय
रायपुर। भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक पाण्डेय ने कहा है कि जिस तरह राजा युद्घ के दौरान हाथियों को शराब पिलाकर दुश्मन की सेना को तहस-नहस करने छोड़ दिया करते थे ठीक उसी तरह से कांग्रेस ने पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल को भाजपा के खिलाफ छोड़ दिया है। श्री बघेल की हालत यह है कि उनके सोचने-समझने की शक्ति चली गई है जिसके कारण वे अनाप -शनाप बोलने लगे है। 'ब्राह्मण कुमार रावण को मत मारो के लेखक के पुत्र से छत्तीसगढ़ की जनता भला और क्या उम्मीद कर सकती है। 
श्री पाण्डेय ने कहा कि हिन्दुस्तान का इतिहास गवाह है कि धर्म प्रेमी सक्षम लोगों ने भव्य मंदिरों का निर्मांण करवाया है और उसे जनता को लोकार्पित किया है। स्वर्गीय नरसिंग अग्रवाल ने भी छत्तीसगढ़ के प्रसिद्घ  धार्मिक स्थल महादेव घाट में ईश्वरीय प्रेरणा से भव्य मंदिर निर्माण कार्य शुरु कराया। उनके कार्य को उनके सुपुत्र श्री गौरीशंकर अग्रवाल ने पूरा कराया और जनता को लोकार्पित कर दिया। ऐसे दानी और धर्मप्राण परिवार का सार्वजनिक तौर पर अभिनंदन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ बगावत चल रही हो, जिस पार्टी का प्रदेश नेतृत्व अपनों के ही अविश्वास से अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए जुझ रहा हो, वह पार्टी सदन में आसंदी के प्रति अविश्वास जताकर खुद को हास्यास्पद स्थिति में ला रही है। कांग्रेस लोकतांत्रिक और संवैधानिक मर्यादा का सम्मान करे और विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ बेतुके आरोप लगाने की बजाय लोकहित के मुद्दों पर रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाये तो उसके लिए बेहतर होगा। 
उन्होंने कहा कि विधानसभाध्यक्ष श्री अग्रवाल ने कांग्रेसियों की तरह जमीन का कारोबार नहीं किया बल्कि महादेव घाट तट पर मंदिर का निर्माण समाज हित में कराकर धमार्थ कार्य किया है। उन्होंने तो समाज सेवा का एक सद्भावी कार्य कराया है। ऐसा व्यक्तित्व क्या मंदिर परिसर में दुकान खोलकर 500-700 रुपये लेकर किराया का कारोबार करने की सोचेगा? यदि मंदिर का निर्माण और सौदर्यींकरण कराना कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल की नजर में गलत है तो वह जान लें कि जनता इससे कतई सहमत नहीं हो सकती। दरअसल कांग्रेस मुद्दाविहीन है । लोकहित में कोई काम करना उसकी फितरत में नहीं है, इसलिए एक परमार्थ कार्य पर उपद्रव मचा रही है। कांग्रेस को अपनी गिरेबां में झांककर देखना चाहिए। दस साल के केंद्रीय राज मेें भ्रष्टाचार का कीर्तिमान स्थापति करने के साथ ही सरकार को बचाने के लिए भ्रष्ट जज की सेवा वृद्घि करने वाले कांग्रेसी आज यहां भाजपा के सर्वविख्यात समाजसेवी पर चारागाह की जमीन पर कब्जा का आरोप लगा रहे हैं। 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल में हिम्मत है तो वे राबर्ट वाड्रा के जमीन घोटाले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रति अविश्वास व्यक्त कर बतायें। सच्चाई यह है कि करारी हार के बाद कांग्रेस में अंदरूनी उठा-पटक चरम पर है इसलिए मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल  को अपना भविष्य खतरे में नजर आ रहा है। इसलिए वे आसंदी के खिलाफ अमर्यादित आचरण कर अपनी तथाकथित सक्रियता का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री अग्रवाल ने तो जनहित में धार्मिक कार्य हेतु अपना धन व्यय किया है। कांग्रेस अपने नेताओं की पतासाजी कर ले कि किसने कहां सार्वजनिक जगहों पर कब्जा ठोक रखा है।
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