राष्ट्रीय (17/09/2014) 
मोदी का मिथ टूट चूका है- दीपक सुन्द्रियाल
लोकसभा  चुनावो  के चार महीनो के भीतर ही भाजपा आपने जनाधार  खो चुकी है।  उपचुनावों में जहाँ एक और मिडिया में ये कयास लगाये जा रहे थे की मोदी रथ पर सवार भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत के अपने अभियान के चलते अप्रत्याशित जीत दर्ज करेगी व्ही जनता ने सारे मिथ तोड़ते हुए भाजपा को सरे से नकार दिया है।  प्रवक्ता दीपक सुन्द्रियाल ने कहा की भाजपा व्यापक भ्र्मक प्रचार के जरिये सत्ता में तो काबिज हो गए परन्तु जनता से किये गए वादो को पूरा करना तो दूर उन मुद्दो पर बात करने से भी कतराने लगी है।  भाजपा के शीर्ष नेता उपचुनावों में हार की जिम्मेवारी लेने की बजाय इसे स्थानीय मुद्दो का असर बता अपना पल्ला झड़ने पर लगे है ,यदि स्थानीय मुद्दो में भाजपा पिछड़ी है इस से ये बात तो सिद्ध होती है की भाजपा की आम जनता में पकड़ ख़तम हुई है ,धरातल में भाजपा कमजोर हुई है।  जिन मुद्दो को लेकर लोकसभा चुनाव में उन्हें भारी जनादेश मिला था उन मुद्दो पर ही भाजपा के शीर्ष नेताओ की विफलता के चलते १०० दिन के भीतर ही जनता का भाजपा से मोह भंग  हो गया है।  सुन्द्रियाल ने कहा की जिस भ्र्ष्टाचार और विकास में मुद्दे पर भाजपा ने वोट मांगे थे उन मुद्दो का क्या हुआ ? केंद्रीय मंत्रियो के करीबियों के भरस्टाचार पर मोदी जी की चुप्पी जनता ने भाप ली है।  सीमा पर  पाकिस्तान के हमलो में इन १०० दिनों में इजाफा हुआ लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम देखने को नहीं मिला , काला धन जिस पर हाय-तोबा मचा कर वह वाही लूटी गयी थी न वो धन आया न ही उसके बारे में भाजपा के लोग बात ही करते है ,महंगाई ने सारे रिकॉड तोड़ डाले, रेल किराये में वृद्धि ने जनता की कमर तोड़ कर रख दी।  विकास की माला जपते जपते भाजपा ने अपना साम्प्रदायिक रंग दिखा ही दिया , सम्पर्दाियकता के आगे सारे मुद्दे  गौण नजर आये , जनता में रोष की स्थिति है अब तो भाजपा के कार्यकर्त्ता भी स्वयं अच्छे दिन के नाम से भागने लगे है , सुन्द्रियाल ने कहा की देश के सच्चे दिन कांग्रेस कार्यकाल में रहे है अब तो नाममात्र के अच्छे दिन का भुलावा दिखाया जा रहा है ये बात जनता ने १०० दिनों में ही महसूस कर ली है पहले उत्तराखंड अब उत्तरप्रदेश राजिस्थान व् मोदी जी के अपने घर गुजरात में भाजपा की हार इस  बात की सूचक है की मोदी का मिथ टूट चूका है जनता समझ चुकी है की यहाँ विकास की  नही केवल साम्प्रदायिकता की बात होने वाली है और कोई भी सभ्य समाज ये कतई नहीं चाहेगा ,१०० दिन में भाजपा का सच सामने आ चूका है और ये परत दिनों- दिन खुलती जा रही है।  
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