राष्ट्रीय (29/09/2014) 
हि.प्र. पर्यटन विकास निगम के कारोबार में 16 प्रतिशत वृद्धि
मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने हि.प्र. पर्यटन विकास निगम को अपने कारोबार में 16.12 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 715.78 लाख रुपये का शुद्ध लाभ कमाने के लिए बधाई दी है, जो निगम ने 94.27 लाख रुपये अवमूल्यन के उपरांत अर्जित किया है। मुख्यमंत्री आज यहां हि.प्र. पर्यटन विकास निगम के निदेशक मंडल की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि निगम को किसी अन्य वाणिज्यिक संस्थान की तजऱ् पर व्यावसायिक तरीके से चलाना चाहिए और कर्मचारियों की पदोन्नति को निगम के लाभांश तथा प्रदर्शन से जोड़ा जाना चाहिए।
निदेशक मंडल ने निगम की कुछ इकाइयों में आवश्यकता से अधिक स्टाफ होने का मामला उठाया, जिस पर यह निर्णय लिया गया कि स्टाफ के युक्तिकरण की आवश्यकता है और निगम की ट्रांसपोर्ट शाखा के अतिरिक्त स्टाफ को हि.प्र. पथ परिवहन निगम को स्थानांतरित करने की संभावना तलाशी जानी चाहिए। दक्षतापूर्ण कार्य व बेहतर परिणामों के लिए निगम को चुस्त-दुरूस्त बनाया जाना चाहिए और निगम की इकाइयों में आवश्यकता से अधिक स्टाफ को स्थानांतरित करके कम करने का निर्णय लिया गया, जिसमें कोई हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बैठक में निगम की सभी होटल इकाइयों में हाऊस कीपिंग सहित सभी शाखाओं के आॅडिट का भी सुझाव दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टाफ को सभी कमरों में सफाई की उचित व्यवस्था सुनिश्चित बनानी चाहिए।
बैठक में क्यारीघाट में अतिरिक्त 10 कमरों के निर्माण के अलावा पार्किंग तथा अन्य सुविधाओं के निर्माण का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्यारीघाट में इस परियोजना को आरंभ करने से पूर्व पानी की उपलब्धता को सुनिश्चित बनाने के लिए कदम उठाए जाएं।
बैठक में यह जानकारी दी गई कि कसौली में 42 कमरे, पर्यटक स्वागत केन्द्र, पार्किंग और एक संग्रहालय की निमार्ण प्रक्रिया में तेज़ी लाई जाएगी। पर्यटन निगम के निदेशक श्री मोहन चैहान ने जानकारी दी कि कसौली में पानी की उपलब्धता के लिए बोर वैल लगाने के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को 4.50 लाख रुपये जारी किए गए हैं और शीघ्र ही इसकी निविदाएं आमंत्रित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कसौली में परिधि गृह के निर्माण की संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिए, ताकि इस पर्यटन स्थल पर आने वाले सैलानियों को सुविधा मिले और सरकार को भी लाभ प्राप्त हो।
निदेशक मंडल ने कुल्लू जि़ला के मनिकर्ण में निगम की सम्पत्ति पर पुनः विचार करने का निर्णय लिया और मामले को उपायुक्त कुल्लू के साथ उठाने का सुझाव दिया गया क्योंकि पर्याप्त कदम उठाने से भवन के नीचे बहती नदी के बहाव को सहन करने की संभावना है।
मुख्यमंत्री ने निगम की भूमि पर अतिक्रमण की घटनाओं का पता लगाने के और इस भूमि को उपयोग में लाने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कुल्लू जि़ले के सोझा में निगम की भूमि पर अतिक्रमण को विशेष तौर पर जांच करने के निर्देश दिए।
सदस्यों की सलाह पर नारकंडा में होटल हाटू के सम्पर्क मार्ग की टारिंग के कार्य का निरीक्षण करने का भी निर्णय लिया गया ।
मुख्यमंत्री ने मंडी जि़ले में होटल मांडव के अधिग्रहण के मामले को उठाने को कहा, क्योंकि आईटीआई परिसर कमांद को स्थानांतरित किया जा चुका है और वहां केवल नाम मात्र स्टाफ ही बाकी बचा है।
मुख्य संसदीय सचिव श्री मनसा राम, हि.प्र. पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री हरीश जनारथा, मुख्य सचिव श्री पी. मित्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन श्री वी.सी. फारका, प्रधान सचिव वित्त डॉ. श्रीकान्त बाल्दी के अतिरिक्त गैर सरकारी सदस्य श्री वीरेन्द्र धर्माणी, श्री गोपाल कृष्ण महंत, श्री रूपेश कंवल, श्री विजय इन्द्र करण, श्री अमरजीत सिंह और श्री सुरेन्द्र सेठी बैठक में उपस्थित थे।
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