राष्ट्रीय (05/10/2014) 
भगदड़ में हुई मौतों के लिए सरकार, प्रशासन जिम्मेवार- सुशील कुमार मोदी
रावण दहन के बाद गांधी मैदान में मची भगदड़ में 33 लोगों की मौत और 45 से ज्यादा लोगों के घायल होने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि इस घटना के लिए पूरी तरह से राज्य सरकार और उसका प्रशासन जिम्मेवार है। प्रशासन के सारे अधिकारी मुख्यमंत्री की विदाई में लग गए और वहां जुटी लाखों की भीड़ को भगवान भरोसे छोड़ दिया। दो वर्ष पूर्व छठ पर्व के दौरान हुई भगदड़ और लोगों की मौत से सरकार ने कोई सबक नहीं ली, जिसका नतीजा यह घटना है। इसके पहले भी 27 अक्तूबर, 2013 को गांधी मैदान में आयोजित नरेन्द्र मोदी की रैली में प्रशासन की लापरवाही खुल कर सामने आई थी। 
सरकार और प्रशासन की घोर लापरवाही का ही नतीजा रहा कि भगदड़ मचने के बाद घायलों को पीएमसीएच में पहुंचाने और वहां उनका इलाज शुरू कराने में भी जहां घंटों का विलम्ब हुआ वहीं अस्पताल में भी अफरा-तफरी और अव्यवस्था की स्थिति रही। सरकार और प्रशासन हर मोर्चे पर विफल, लाचार और विवश दिखा। गांधी मैदान में जहां लाखों की संख्या में जुटी भीड़ के निकलने की व्यवस्था समुचित नहंी थी वहंी पुलिस और बिजली की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई थी। 
राज्य सरकार सभी मृतकों को दस-दस लाख रुपये मुआवजा दें और सभी घायलों की समुचित निःशुल्क इलाज की व्यवस्था करें। गांधी मैदान में और निकास रास्ते बनाये जाने, क्राउड मैनेजमेंट की पुख्ता व्यवस्था करने के साथ ही वहां रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करने और इस पूरे मामले में दोषी पाये जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। प्रदेश की सरकार और उसका प्रशासन अपनी जिम्मेवारी से बच नहीं सकता है।
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