राष्ट्रीय (10/10/2014) 
भूपेष बघेल के नेतृत्व में डीजीपी से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल
रायपुर/10 अक्टूबर 2014। डीजीपी से मिलने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल पुलिस मुख्यालय रायपुर में पुलिस महानिदेशक से मिला। कार्यसमिति सदस्य भूपत साहू, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री द्वय शैलेष नितिन त्रिवेदी और गिरीश देवांगन, प्रदेश सचिव धर्मेन्द्र यादव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष हलधर साहू, विधायक आर.के. राय और भैयालाल सिन्हा, नौशद कुरैशी, तोशण साहू प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। बालोद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हलधर साहू द्वारा सौपे गये ज्ञापन में बालोद पुलिस द्वारा की गयी कार्यवाही को खारिज किए जाने की मांग की गयी है। ज्ञापन में कहा गया है कि 6 अक्टूबर को हमारे द्वारा आयोजित पुतला दहन कार्यक्रम में हुए घटना के संबंध में समाचार पत्रों में प्रकाषित समाचारों से ज्ञात हुआ कि मेरे व विधायक भैयाराम सिन्हा व अन्य 19 साथियों के विरूद्ध बालोद पुलिस द्वारा आईपीसी की विभिन्न धाराओं 332,353,294,341 व 147 के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है जो कि अनैतिक व सच्चाई के विपरीत है। 6 अक्टूबर की घटना का विवरण देते हुये ज्ञापन में कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी के द्वारा विधायक भैयाराम सिन्हा के नेतृत्व मे मैं व अन्य कार्यकर्ताओं के साथ बालोद में फौव्वारा चैक में समय 3.30 बजे पुतला दहन कार्यक्रम किया जा रहा था जिसमें पूर्व सूचना अनुसार मौके पर भारी पुलिस बल तैनात थे। पुतला दहन के समय जब हम सभी वही खड़े हुये थे तभी एक लड़का जो साधारण कपड़े पहना हुआ था आया और टी स्टाल से एक बाल्टी पानी लाकर जलते हुए पुतले पर डाल दिया और वहां से चला गया जिससे मौके पर उपस्थित हम सभी कार्यकर्ताओं को लगा कि वह कोई अन्य राजनैतिक पार्टी का व्यक्ति है। हमने इसकी षिकायत मौके पर उपस्थित थाना प्रभारी से की व उस लड़के को बुलाने की मांग की तब थाना प्रभारी ने उस लड़के को बुलाने के बजाए अपने आला अधिकारियों को बुला लिया जिसमें काफी समय व्यतीत हो गया जिससे उस स्थल पर धरने की स्थिति निर्मित हो गयी। थोड़ी देर बाद मौके पर आला अधिकारी पहुंचे और उन्होने उस लड़के के संबंध में जानकारी दी कि वो लड़का पुलिस आरक्षक है जिस संबंध में विधायक जी ने उस आरक्षक की ड्यूटी के संबंध में जानकारी मांगी तब पुलिस अधिकारी द्वारा संतोषप्रद जानकारी नहीं देने के कारण विधायक व कार्यकर्ता नाराज होकर पुलिस के विरूद्ध नारेबाजी किए जिस पर पुलिस ने बल प्रयोग कर विधायक को धमकाते हुये धक्का दिया जिससे स्वाभाविक रूप से अप्रिय स्थिति निर्मित हो गयी। उसके बाद हमारे कार्यकर्ता विधायक को लेकर मौके से चले गये।   इस पूरे घटनाक्रम में मेरे द्वारा या विधायक द्वारा या अन्य कार्यकर्ता द्वारा किसी भी प्रकार से न ही पुलिस के साथ झूमाझटकी की गई, न ही पुलिस के किसी अधिकारी को उसके कार्यो मे बाधा पहुंचाते हुए गाली गलौच दी गई और न ही किसी पुलिस अधिकारी को किसी प्रकार से कोई धमकी दी गई। जबकि समाचार पत्रों में प्रकाषित समाचारों से ज्ञात होता है कि हम सभी के विरूद्ध पुलिस ने अजमानतीय अपराध की उक्त धाराओं के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया है जो कि अनैतिक है। हमारे द्वारा उक्त धाराओं से संबंधित नहीं किए जाने की पुष्टि मौके पर किए गए विडियों रिकार्डिंग से होती हे जिसकी कापी आपको पत्र के साथ प्रस्तुत है।  अतः मांग की गयी है कि उक्त घटना के संबंध को अपने संज्ञान में लेते हुये हमारे विरूद्ध बालोद पुलिस द्वारा अनैतिक रूप से दर्ज किए गए समस्त आरोपों को खारिज किया जायें।
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