राष्ट्रीय (22/11/2014) 
एकात्म मानववाद विषय में संगोष्ठी का आयोजन
रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविघालय छात्र संघ ने बीते बुधवार, 19 नवंबर को युवाओं के लिए एकात्म मानव दर्शन विषय पर संगोष्ठी का आयोजन विवि के सभागार समवेत में किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में कश्मीरी लाल, राष्ट्रीय संगठक स्वेदशी जागरण अभियान समिति उपस्थित हुए। उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्व का एकात्मवाद आज वर्तमान में एकात्म वाद दर्शन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जो आज की दृष्टि से आवश्यक भी है। श्री लाल ने एकात्म और पश्चिमी विचारों को भी लोगों के सामने बड़ी सरलता से रखते हुए आज की व्यावसायिक विचारों में गरीबों को लोभ और अमीरों को लाभ पर चिंतन करने की आवश्यकता पर ध्यान देने की बात कही। प्रकृति के समन्वयन को बखूबी समझाते हुए कहा कि जब तक प्रकृति है, मनुष्य का जीवन संभव है। कार्यक्रम के अध्यक्षता कर है सत्यनाराण शर्मा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में पंडित दिनदयाल उपाध्याय के सरल व्यक्तित्व, सादगीपूर्ण जीवनशैली और नैतिकता से लोगों को परिचित कराया। श्री शर्मा ने कहा कि वर्तमान की वैभवपूर्ण जीवन शैली के कारण बाजार में किस्तों की प्राथमिकता बढ़ गयी है। लोगों को चाहिए कि वह अपने शरीर के उपयोग अनुसार उपभोग करें, लेकिन यह प्रथा कम हो चुकी है। हालांकि पश्चिमी सभ्यता के विपरित भारतीय संस्कति में लघुबचत की व्यावहारिकता के कारण कई बार देश को आर्थिक मंदी के त्रासदी उभारने में महात्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जो भारतीय सभ्यता की सहायक भूमिका को प्रदर्शित करती है। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विवि छात्र संघ सचिव चंदन खापर्डे ने किया। इस अवसर पर प्रबंधन विभाग विभागाध्यक्ष अभिषेक दुबे, जनसम्पर्क एवं विज्ञापन विभागाध्यक्ष्ज्ञ राजेन्द्र मोहंती, समाज कार्य विभागाध्यक्ष डॉ. शाहिद अली, शोधपीठ अध्यक्ष दिनकर केशव भाकरे, , विकास जैन, प्रणयधर दिवान सहित विश्वविद्यायलीन कर्मचारी व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। 
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