राष्ट्रीय (28/12/2014) 
कांग्रेस के साथ खत्म हो जाएगा भारत से लोकतंत्र :मेघवाल
स्थापना दिवस पर पूर्व शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने किया कांग्रेस बैठक को संबोधित पंचायतराज चुनाव में इतिहास बरकरार रखने का संकल्प

झुंझुनूं,। पूर्व शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि जो लोग भारत को कांग्रेस मुक्त बनाने की बात कह रहे हैं। वे असल में लोकतंत्र को भारत को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस हैं, भारत में लोकतंत्र जिंदा हैं। वे रविवार को अंबेडकर भवन में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। आरंभ में उन्होंने ध्वजारोहण कर कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया। सेवादल कांग्रेस के ताराचंद सैनी ने राष्ट्रगान करवाया। इसके बाद अतिथियों का स्वागत किया गया। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेंद्र झाझडिय़ा ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व काबिना मंत्री डॉ.जितेंद्रसिंह, झुंझुनूं विधायक बृजेंद्र ओला, पीसीसी महासचिव विजेंद्रसिंह इंद्रपुरा, पंचायत राज चुनावों के लिए पीसीसी द्वारा नियुक्त अजीत यादव, पूर्व विधायक प्रतिभासिंह, पूर्व विधायक हजारीलाल गुर्जर, जिला प्रमुख हनुमानप्रसाद, पूर्व जिला उप प्रमुख मदनसिंह गिल, पूर्व जिला उप प्रमुख राजेंद्र चौधरी, उदयपुरवाटी प्रधान भगवानाराम सैनी, रविंद्र भडाना, मदन मेघवाल पिलानी थे। आरंभ में जिलाध्यक्ष महेंद्र झाझडिय़ा ने स्वागत भाषण दिया। जिसके बाद सह प्रभारी अजीत यादव ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश को कांग्रेस की जरूरत हैं। हर वर्ग दुखी हैं। किसान दुखी है, युवा दुखी हैं, महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। हर स्तर पर यह सरकार विफल रही हैं। वहीं पूर्व मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने संबोधित करते हुए कांग्रेस के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जब जब कांग्रेस चुनाव हारी है, दुगुनी ताकत से उभर कर सामने आई हैं। उन्होंने जिले में पंचायतराज पर कांग्रेस की पकड़ की बात को कहते हुए कहा कि सभी नेता और कार्यकर्ता एकजुट होकर वापिस इतिहास रचे और जो इतिहास पंचायतराज की स्थापना से चला आ रहा हैं। वो कायम रखना हम सबकी जिम्मेदारी हैं। संचालन महामंत्री खलील बुडाना ने किया। गिडानिया ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोहरसिंह सोलाना ने आभार जताया।

गांव की चौपाल का अनुभव, अनपढ़ सरपंच को भी अव्वल बनाता है

पूर्व मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने कहा है कि अनपढ़ सरपंच अपने अनुभवों के दम पर पढ़े लिखों से अच्छा काम कर सकते हैं और कई पंचायतों में करके भी दिखाया गया हैं। यह दावा पत्रकारों से बातचीत के दौरान किया। चुनावों के पर्यवेक्षक पूर्वमंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने शैक्षणिक योग्यता लागू करने के मुद्दे पर कहा कि यह काला कानून लाया गया हैं। मौलिक अधिकारों का हनन प्रदेश की सरकार कर रही हैं। जिसका जवाब जनता चुनावों में दे देगी। उन्होंने कहा कि एक ओर गांवों में स्कूलों को बंद किया जा रहा है। दूसरी ओर गांवों की सरकार में पढ़ाई की अनिवार्यता लागू की जा रही हैं, जो गलत हैं।

बैठक में कांग्रेसजनों ने दिखाई उपस्थिति

बैठक में झुंझुनूं प्रधान सुशीला सीगड़ा, खेतड़ी प्रधान बजरंग चारावास, डीसीसी प्रवक्ता मुरारी सैनी, पूर्व चेयरमैन तैयब अली, पूर्वउप सभापति बिमला बेनीवाल, पार्षद अजमत अली, अब्दुल जब्बार फुलका, पीसीसी के पूर्वसचिव रियाज फारूकी, पीसीसी के पूर्वसदस्य विनोद पूनियां, राजकुमार केडिया, सांवत खां गांगियासर, हफीज खां धंधूरी, सतवीर-सुनीता धत्तरवाल, रणजीत चंदेलिया, जाकिर पीरजी, पूर्व पार्षद ताराचंद सैनी, छगनलाल धूपिया, सुनील महला हांसलसर, राजन चौधरी, गोकुलचंद सैनी खेतड़ी, राजकुमार ढाका, महावीर ढाका, नरेश खादीवाला, शेरसिंह नेहरा, हरिराम चंदवा, ओमप्रकाश गुप्ता सिंघाना, ताराचंद गुप्ता, इंजी. प्यारेलाल ढूकिया, कैप्टन मोहनलाल, जयंत मून, ओपी बोहरा, ओमप्रकाश बुगालिया, सरपंच रणधीर बुडानिया, मनोज मील व सुशील मालसरिया आदि मौजूद थे।

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